VIDEO: वो नेता जो बीजेपी सरकार के लिए 6 साल नंगे पांव घूमा, अब शिवराज ने पूरी कराई कसम
BJP इस साल विधानसभा चुनाव जीतकर मध्य प्रदेश की सत्ता में वापस आई और 6 साल बाद अनूपपुर भाजपा जिला अध्यक्ष रामदास पुरी ने जूते पहने. उन्हें जूते पहनाने का काम खुद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया. जानिए क्यों 6 साल तक नंगे पांव घूमते रहे रामदास पुरी...
Shivraj Singh Chauhan News: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (2023) जीतकर बीजेपी (BJP) ने सत्ता में फिर से वापसी की. हालांकि, बीजेपी आलाकमान ने सबको चौंकाते हुए राज्य में नए चेहरे को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंप दी. मोहन यादव को मध्य प्रदेश (CM Mohan Yadav) का नया मुख्यमंत्री बनाया गया है. नवंबर 2023 में भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रचार में रामदास पुरी का नाम भी खूब सुर्खियों में रहा. रामदास पुरी अनूपपुर से भाजपा के जिला अध्यक्ष हैं. इन्होंने 6 साल पहले संकल्प लिया था कि जब तक भाजपा राज्य में जीतकर सरकार नहीं बनाती तब तक वो जूते नहीं पहनेंगे.
शिवराज सिंह ने पहनाए जूते
रामदास पुरी की साल 2018 में ली हुई प्रतिज्ञा अब जाकर पूरी हुई. बीजेपी चुनाव जीतकर सत्ता में वापस आई और 6 साल बाद अनूपपुर भाजपा जिला अध्यक्ष ने जूते पहने लिए, लेकिन उन्हें जूते पहनाने का काम मध्य प्रदेश के पूर्व CM शिवराज सिंह ने किया. मध्य प्रदेश में बीजेपी की वापसी के बाद पूर्व CM शिवराज सिंह चौहान ने खुद जूते पहनाकर रामदास पुरी का संकल्प पूरा किया है. इससे जुड़ा एक वीडियो भी जारी किया गया जो लोगों को खूब पसंद आ रहा है.
जान लीजिए पूरा मामला
आपको बता दें कि साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार मिली थी और कांग्रेस ने जीतकर मध्य प्रदेश में सरकार बनाई. जिसमें कमलनाथ के हाथ में सत्ता की बागडोर सौंपी गई थी. लेकिन आपसी मतभेद के चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया और कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की सदस्यता छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली. सिंधिया के समर्थन से बीजेपी करीब 1 साल 3 महीने बाद वापस सरकार में आ गई और बीजेपी आलाकमान ने सत्ता की शिवराज सिंह को राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया. हालांकि यह सरकार चुनाव जीतकर नहीं बनी थी. इस साल नवंंबर 2023 में बीजेपी ने कांग्रेस को बड़े मार्जिन से चुनाव में शिकस्त दी और इसी के साथ रामदास पुरी का संकल्प भी पूरा हो गया.