सात बार सांसद रहे Mohan Delkar ने क्यों की खुदकुशी? 6 पन्नों के सुसाइड नोट में लिखे 40 लोगों के नाम
फॉरेंसिक टीम ने होटल के उस कमरे की 4 घंटे तक तलाशी ली जहां मोहन डेलकर का शव बरामद हुआ था. फिलहाल फॉरेसिंक डिपार्टमेंट इस सुसाइड नोट की भी जांच कर रही है, कि क्या सुसाइड नोट पर मोहन डेलकर की ही हैंडराइडिंग है.
मुंबई: केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) के लोक सभा सांसद मोहन डेलकर (Mohan Delkar) की मौत की खबर ने सभी को चौंका दिया है. मोहन का शव सोमवार को मुंबई के एक होटल में मिला. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. मुंबई पुलिस को सांसद के कमरे से 6 पन्नों का एक सुसाइड नोट (Suicide Note) भी मिला है. पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में 40 लोगों के नाम हैं.
4 घंटे चली होटल के कमरे की तलाशी
फिलहाल फॉरेसिंक डिपार्टमेंट इस सुसाइड नोट की भी जांच कर रही है, कि क्या सुसाइड नोट पर मोहन डेलकर की ही हैंडराइडिंग है. मुंबई पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक सांसद मोहन डेलकर ने खुदकुशी की है. फॉरेंसिक टीम ने होटल के उस कमरे की 4 घंटे तक तलाशी ली जहां मोहन डेलकर का शव बरामद हुआ था.
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अब सवाल उठ रहा है कि आखिर सांसद मोहन डेलकर ने खुदकुशी क्यों की और दादरा और नगर हवेली के सांसद मुंबई में क्या कर रहे थे? हालांकि इन सवालों के जवाब तो पुलिसिया जांच के बाद ही मिल सकेंगे लेकिन जानकारी मिली है कि मोहन डेलकर पिछले हफ्ते जेडीयू के नेताओं से मिले थे. उन्होंने नेताओं से दादरा और नगर हवेली के हालात पर चर्चा की थी. वो सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को लेने मुंबई आए थे और 23 फरवरी को सांसदों को अपने साथ ले जाना था.
वर्ष 1989 से सांसद थे मोहन देलकर
मोहन डेलकर (58) 1989 से दादरा और नगर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) लोक सभा क्षेत्र से सांसद हैं. वो 7 बार दादरा और नगर हवेली से सांसद चुने गए. उन्होंने वर्ष 2009 में कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन कर ली थी. लेकिन वर्ष 2019 के लोक सभा चुनावों में उन्होंने पार्टी छोड़ दी और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरे और फिर से जीत गए.
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