MP Local Polls: घर में मन रहा था निकाय चुनाव में जीत का जश्न, अचानक उम्मीदवार के बेटे की हो गई मौत
MP Municipal Corporation Result: मैहर नगर पालिका के वार्ड नंबर 3 से रामू कोल कांग्रेस के पार्षद चुने गए. घर में जीत के जश्न में ढोल नगाड़े बज रहे थे, अबीर-गुलाल उड़ रहा था. जीते हुए पार्षद का बेटा कृष्णा कोल (40) मतगणना के वक्त घर पर था. उसके पिता की जीत की खबर उसे फोन पर मिली तो उसने लोगों को बुला कर मिठाई, बैंड बाजा व डीजे बुलाने के लिए पैसे दिए.
MP Civic Body Election Result: मध्य प्रदेश के सतना जिले की मैहर तहसील से रुलाने वाली घटना सामने आई है. हाल ही में आए निकाय चुनाव के नतीजों में एक उम्मीदवार को पार्षद पद पर जीत तो मिली लेकिन कुछ ही देर बाद उसके बेटे की मौत हो गई. जिस घर में जीत की खुशियां मनाई जा रही थीं, मिठाई बंटवाने और डीजे लगाने की तैयारियां चल रही थी, वहां माहौल मातम में बदल गया.
क्या है पूरा मामला
दरअसल मैहर नगर पालिका के वार्ड नंबर 3 से रामू कोल कांग्रेस के पार्षद चुने गए. घर में जीत के जश्न में ढोल नगाड़े बज रहे थे, अबीर-गुलाल उड़ रहा था. जीते हुए पार्षद का बेटा कृष्णा कोल (40) मतगणना के वक्त घर पर था. उसके पिता की जीत की खबर उसे फोन पर मिली तो उसने लोगों को बुला कर मिठाई, बैंड बाजा व डीजे बुलाने के लिए पैसे दिए.
ले जाया गया अस्पताल लेकिन...
साथ ही उसने लोगों से तैयारी करने को कहा और खुद कपड़े बदलने चला गया. तभी उसकी तबीयत बिगड़ी और वह अचानक गिर पड़ा. आनन-फानन में उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के मुताबिक उसकी मौत दिल की गति रुक जाने से हुई है.
पिता की जीत के जश्न के बीच बेटे की मौत की इस खबर से पूरे परिवार सदमे में है. उनका रो-रोकर बुरा हाल है. जिसने भी यह खबर सुनी वह स्तब्ध रह गया. कृष्णा के दो बेटे राज (22 वर्ष), जय (16 साल) और बेटी सुभद्रा (19 साल) है. वहीं उसके माता-पिता और पत्नी गुड़िया का रो- रोकर बुरा हाल है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कुल 413 नगरीय निकाय चुनाव के लिए छह जुलाई और 13 जुलाई को दो चरणों में मतदान हुआ था. पहले चरण के मतदान की मतगणना 17 जुलाई हो हुई थी, जबकि दूसरे चरण की मतगणना बुधवार को हुई. इन 413 नगरीय निकायों में 16 नगर निगम, 99 नगर पालिका और 298 नगर परिषद शामिल हैं.
प्रदेश के 16 नगर निगम में महापौर के लिए चुनाव में बीजेपी ने नौ सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस ने पांच, आम आदमी पार्टी (आप) ने सिंगरौली की एक सीट और कटनी महापौर का पद एक निर्दलीय प्रत्याशी के खाते में गया. 2015 में हुए चुनाव में ये सभी 16 महापौर की सीटें बीजेपी के कब्जे में थी.
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