Kanwar Yatra: `अधिकारियों की हड़बड़ी में गड़बड़ी...`, योगी सरकार के खिलाफ मुख्तार अब्बास नकवी? फोटो शेयर करने की आ गई नौबत
Mukhtar abbas naqvi on Kanwar Yatra: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी कांवड़ यात्रा पर दिए गए बयान को लेकर चर्चा में हैं, उन्हें जमकर ट्रोल होना पड़ा, जिसके बाद उन्हें फोटो शेयर करनी पड़ी, उन पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
Mukhtar abbas naqvi: कांवड़ यात्रा को लेकर योगी राज में एक आदेश के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है. इस मामले को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने सोशल मीडिया पोस्ट किया था, और जारी आदेश के खिलाफ आवाज उठाई थी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल का सामना करना पड़ा. इस तरह की घटना के बाद बीजेपी के बड़े मुस्लिम नेता ने भी करारा ट्रोल्स को करारा जवाब दिया.
सबसे पहले जानते हैं नकवी ने ट्वीट में क्या लिखा था?
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बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि, 'कुछ अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गडबड़ी वाली अस्पृश्यता की बीमारी को बढ़ावा दे सकते हैं। आस्था का सम्मान होना ही चाहिए,पर अस्पृश्यता का संरक्षण नहीं होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि “जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात. रैदास पूत सब प्रभु के,कोए नहिं जात कुजात.'
ट्रोल्स होने के बाद नकवी ने शेयर की कांवड़ यात्रा की तस्वीर
नकवी के इस ट्वीट पर जब कुछ लोगों ने उन्हें 'ट्रोल' करने का प्रयास किया. जिसके बाद नकवी ने गुरुवार (18 जुलाई, 2024) को कांवड़ यात्रा में हिस्सा लेने से जुड़ा खुद का फोटो शेयर किया. और पोस्ट के दौरान लिखा ''अरे ट्रोलर टट्टुओं...कांवड यात्रा के सम्मान, श्रद्धा का सर्टिफिकेट कम से कम मुझे तो मत बाटो, मेरा हमेशा मानना है कि "कोई भी आस्था असहिष्णुता, अस्पृश्यता की बन्धक नहीं होनी चाहिए.' नकवी की इस पुरानी तस्वीर में वह अपने कंधे पर कांवड़ लिए हुए नजर आ रहे हैं.
अब जानें क्या है वह मामला, जिसपर नकवी ने किया था ट्वीट
पूरा मामला मुजफ्फरनगर पुलिस (यूपी में) के उस आदेश से जुड़ा है, जिसमें कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली सभी दुकानों पर मालिक और काम करने वाले लोगों का नाम लिखने को कहा गया है. यही नहीं अपनी दुकानों या होटलों पर काम करने वालों का नाम भी लिखने का आदेश जारी किया गया है. स्थानीय प्रशासन का कहना है कि यह इसलिए किया गया है ताकि किसी को कोई कंफ्यूजन ना हो. इस मामले ने तूल पकड़ लिया और इस पर सियासी बहस शुरू हो गई. पुलिस के इस आदेश के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रिमो मायावती से लेकर AIMIM के अध्यक्ष असद्उद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया.
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