Mulayam Singh Yadav Biography: गुरुग्राम के मेदांता में आज (सोमवार) सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया. नेता जी काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. तीन बार उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव का नाम सियासी दिग्गजों में लिया जाता है. पहलवानी के अखाड़े से लेकर शिक्षक और फिर राजनीति के मैदान में अपने प्रतिद्वंदियों को पटखनी देने वाले मुलायम सिंह के जीवन में एक ऐसा समय भी आया था जब वह देश के प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गए थे. ये साल था 1996 का और देश में तब सरकार एच. डी. देवगौड़ा (H. D. Deve Gowda) की थी. इस सरकार में मुलायम सिंह को रक्षामंत्री का पदभार मिला था.


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सियासी गलियारों का मशहूर किस्सा


सियासी जानकार बताते हैं कि साल 1996 में प्रधानमंत्री पद के लिए मुलायम सिंह यादव के नाम पर सभी सहयोगी दलों में सहमति बन चुकी थी. मुलायम सिंह के शपथ ग्रहण का समय और तारीख सब कुछ तय हो चुका था लेकिन फिर भी नेता जी प्रधानमंत्री नहीं बन पाए. पीएम बनने से चूक जाने का ये किस्सा मुलायम सिंह ने खुद एकबार मीडिया के साथ साझा किया था. मुलायम कहते हैं कि मेरे साथ एक ऐसी भी घटना हो चुकी है जब प्रधानमंत्री के लिए मेरा नाम तय हो चुका था सुबह 8 बजे शपथ ग्रहण होना तय हुआ था लेकिन बाद में कुछ ऐसा हुआ जो सब बिगड़ गया.


क्या हुआ था 1996 में?


आपको बता दें कि साल 1996 में देश में अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की सरकार थी लेकिन कांग्रेस (Indian National Congress) ने बाकि दलों का सहयोग लेकर अटल सरकार को गिरा दिया. उस साल अन्य दलों के सहयोग से देश में युनाइटेड फ्रंट की सरकार बनी जिसमें एच. डी. देवगौड़ा (H. D. Deve Gowda) को देश का प्रधानमंत्री बनाया गया. इसमें जनता दल और समाजवादी समेत 13 पार्टियां शामिल थीं. हालांकि ये सरकार भी थोड़े समय बाद गिर गई लेकिन इस सरकार में मुलायम सिंह को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी. ऐसा कहा जाता है कि एच. डी. देवगौड़ा से पहले मुलायम के नाम पर सभी दलों ने हामी भरी थी.



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