Mulayam Singh Yadav Death: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव अब हमारे बीच नहीं हैं. उन्होंने सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली. उनके निधन के बाद देशभर के कई बड़े नेताओं ने दुख जताया. मुलायम सिंह यादव सपा के कद्दावर नेता थे. वो कई बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे साथ ही केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री भी रहे. सपा संरक्षक ने अपने जीवन की आखिरी चुनावी यूपी के जौनपुर में की थी. आज हम आपको उनकी आखिरी जनसभा के बारे में बताएंगे.


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केवल दो सीटों पर किया था प्रचार


इसी साल हुए यूपी विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने केवल दो सीटों पर प्रचार किया था. उन्होंने अपने जीवन की आखिरी राजनीतिक जनसभा जौनपुर के मल्हनी में की थी. इस सीट पर उन्होंने पूर्व कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव के बेटे लकी यादव के लिए जनसभा की थी. मुलायम की सभा का असर भी हुआ. उनकी जनसभा के बाद सपा के लकी यादव ने भारी अंतर से बाहुबली धनंजय सिंह को हराया था. 


मित्र के परिवार के लिए निभाई जिम्मेदारी


आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव-2022 में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने केवल दो विधानसभा सीटों पर पार्टी के लिए प्रचार किया था. उन्होंने करहल विधानसभा में अपने बेटे अखिलेश यादव के लिए वोट मांगे थे. इसके बाद वो जौनपुर के मल्हनी पहुंचे थे. मल्हनी में उन्होंने आखिरी जनसभा को संबोधित किया था. आपको बता दें पारसनाथ यादव नेताजी के काफी खास थे. उनके निधन के बाद भी मुलायम ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई और उनके बेटे को जिताने के लिए खुद मैदान में गए.


जनसभा ने बदल दी चुनावी हवा


गौरतलब है कि जौनपुर की मल्हनी विधानसभा सीट पर इस साल चुनाव आसान नहीं था. यहां से JDU के पूर्व सांसद धनंजय सिंह और BJP से डॉ. केपी सिंह जैसे दिग्गज मैदान में थे. ऐसे में माना जा रहा था कि यहां से सपा प्रत्याशी लकी यादव का जितना मुश्किल है. लेकिन नेताजी की जनसभा के बाद पूरी हवा बदल गई. उनका चुनाव प्रचार सफल रहा और लकी यादव मल्हनी से विधायक बने. 


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