Mulayam Singh Yadav's Terahvin: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जौनपुर (Jaunpur) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जौनपुर में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की तेरहवीं के नाम पर चंदा वसूला जा रहा था. चंदा देने वालों को बाकायदा रसीद भी दी जा रही थी. इसकी पोल तब खुल गई जब मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं की चंदे की रसीद सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. तब समाजवादी पार्टी ने इस कार्यक्रम के बारे संज्ञान लिया और फिर पार्टी के दबाव में इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. दिवंगत मुलायम सिंह की तेरहवीं के लिए होल्डिंग भी लगा दी गई थीं.


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सोशल मीडिया पर वायरल हुई चंदे की रसीद


सोशल मीडिया पर वायरल रसीद में कार्यक्रम के आयोजकों का भी नाम लिखा है. रसीद में सभी मड़ियाहूं वासियों को कार्यक्रम का आयोजक बताया गया. सोशल मीडिया पर जो रसीद वायरल हो रही है, उसके मुताबिक, एक शख्स ने 5 हजार रुपये की रसीद कटवाई.


22 अक्टूबर को होना था तेरहवीं का कार्यक्रम


वायरल रसीद पर लिखा है कि जौनपुर के मडियाहूं के पाली बिजौरा गांव में दिवंगत मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं का कार्यक्रम 22 अक्टूबर आयोजित होना है. रसीद पर प्राप्तकर्ता के तौर पर जगदीश यादव के हस्ताक्षर भी दिख रहे हैं. हालांकि, अब कार्यक्रम रद्द हो चुका है.


आनन-फानन में रद्द हुआ कार्यक्रम


गौरतलब है कि वायरल रसीद में लिखा है कि धरतीपुत्र मुलायम सिंह की तेरहवीं में ब्रह्मभोज (भंडारा) स्थान- ग्रामसभा बिजौरा डीह बाबा हेतु सहायतार्थ. वहीं आयोजक में समस्त क्षेत्रवासी मड़ियाहूं, जौनपुर. हालांकि अब कार्यक्रम रद्द हो चुका है.


मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं के कार्यक्रम के नाम पर रसीद काटने वाले जगदीश यादव का कहना है कि गांव वालों की मदद से डीह बाबा के मंदिर पर हर साल भंडारा आयोजित किया जाता है. क्षेत्र के लोग इस साल मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं करना चाहते थे. जगदीश यादव ने कहा कि सिर्फ मैं आयोजक नहीं था, सभी ग्रामीण मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं के आयोजक थे.


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