मुंबई: महिन्द्रा एंड महिन्द्रा (Mahindra & Mahindra) के चेयरमैन आनन्द महिन्द्रा (Anand Mahindra) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. वो खुद को पसंद आने वाले संदेशों को खुले मन से साझा भी करते हैं. इसी सिलसिले में उन्होंने बुधवार को अपने फैंस को दुनिया में हुए एक अनूठे प्रयोग की जानकारी साझा की. इस प्रयोग का नाम 'द वॉलेट एक्सपेरिमेंट'  (The Wallet Experiment) था. जिसके नतीजों के बारे में जानकर आप भी अपने देशवासियों पर गर्व करेंगें.


रीडर्स डाइजेस्ट की मुहिम


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल किसी शहर के लोगों की ईमानदारी परखने के लिए किए गए इस प्रयोग में मुंबई (Mumbai) को दुनिया का दूसरा सबसे ईमानदार शहर का तमगा हासिल हुआ है. रीडर्स डाइजेस्ट ये जानना चाहती थी कि दुनिया के कौन से शहरों के कैरेक्टर कितने ईमानदार हैं?  इस सवाल का जवाब जानने के लिए इस अनूठे प्रयोग की रूपरेखा तैयार की गई. इस सोशल एक्सपेरिमेंट में रीडर्स डाइजेस्ट ने दुनिया के 16 बड़े शहरों में कुल 192 वॉलेट यानी पर्स को जानबूझकर गुमा दिया. इस कड़ी में हर शहर में 12 वॉलेट जानबूझकर इधर-उधर सार्वजनिक जगहों में छोड़ दिये गये थे. 


आनन्द महिन्द्रा का ट्वीट


इस जानकारी को शेयर करते हुए आनन्द महिन्द्रा ने अपने ट्वीट (Anand Mahindra Tweet) में लिखा, 'मेरे लिये इन नतीजों में हैरान करने लायक कुछ भी नहीं है. बल्कि इस परिणाम ने उन्हें संतोष से भर दिया है. और अगर संबंधित शहरों के लोगों की आमदनी से मुंबई वालों की तुलना की जाए तो ये और भी सम्मानजनक है.'



इमानदारी परखने का अनूठा तकाजा


इन वॉलेट्स में अलग-अलग लोगों के नाम, एड्रेस, फोन नंबर, फेमिली फोटो, कूपन और बिजनेस कार्ड भी साथ रखे गए थे. वहीं पर्स में उस देश की करेंसी के हिसाब से 50 डॉलर (यानी 3,600 रुपये) कैश भी रखा गया था. दुनिया की अलग-अलग लोकेशन में इन पर्स को जानबूझकर ड्रॉप करने के बाद इस बात का इंतजार किया गया कि किस शहर में कितने बटुए वापस मिलते हैं?


ये रहे ओवरआल नतीजे


इस प्रयोग में अकेले मुंबई में जानबूझकर छोड़े गये 12 पर्स में से 9 वापस आए. इसी के साथ मुंबई इस सामाजिक प्रयोग में दुनिया का दूसरा सबसे ईमानदार शहर बना. वहीं फिनलैंड के हेलिंस्की (Helsinki) में 12 में से 11 बटुए सही सलामत उस एड्रेस पर वापस पहुंचे और वो दुनिया का सबसे ईमानदार शहर पाया गया. सूची में न्यूयॉर्क और बुडापेस्ट में 12 में से 8, मॉस्को और एम्सटर्डम में 12 में से 7, बर्लिन और ल्यूबलियाना में 12 में से 6, लंदन 12 में से 5 बटुए ही वापस आए.


पुर्तगाल के लिस्बन (Lisbon) शहर में 12 में से सिर्फ एक बटुआ ही वापस आया. इस तरह वो इस लिस्ट में सबसे नीचे रहा. 


VIDEO-