Nadir Shah Loot: भारतीय इतिहास का सबसे कीमती और सबसे बदनाम हीरा जिसे लोग कोहिनूर के नाम से जानते हैं. कभी कोहिनूर मुगलों के तख्त-ए-ताऊस की शान हुआ करता था लेकिन कोहिनूर के बारे में एक और बात बहुत मशहूर है, जिसके भी हाथ कोहिनूर लगा, वह बर्बादी के गर्त में चला गया. एक वक्त था जब मुगलों का साम्राज्य एक बड़े भूभाग में फैला हुआ था लेकिन कोहिनूर आने के बाद मुल्लों का साम्राज्य धीरे-धीरे सिमटता गया और एक वक्त पर खत्म भी हो गया और यही बात अंग्रेजों के लिए भी कही जाती है. आज हम नादिर शाह के बारे में जानेंगे जिसने मुगलों से युद्ध में जीत हासिल की और कोहिनूर को अपने साथ लेकर चला गया.


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कौन था नादिर शाह?


नादिर शाह से हारने के बाद मुगलों के पतन की शुरुआत होती है. नादिर शाह की सेना ने उत्तर भारत पर साल 1739 में आक्रमण किया और युद्ध में मुगलों को बुरी तरह से हराया था. मुगलों को लड़ाई में हराकर नादिर शाह भारत से करीब 100 करोड़ से भी ज्यादा की संपत्ति अपने साथ ले गया था और इसी में दुनिया का बेशकीमती हीरा कोहिनूर भी शामिल था. नादिर शाह ने ही इस हीरे को कोहिनूर नाम दिया था. इसका मतलब होता है, 'रोशनी का पहाड़'.  नादिरशाह ने जब भारत पर आक्रमण किया था. उस समय मुगलों का राजा मोहम्मद शाह रंगीला हुआ करता था. आपको बता दें कि नादिर शाह एक ईरानी था, जिसने अफशरीद राजवंश की संस्थापना की थी. आक्रमण के दौरान नादिर शाह ने देश में जमकर खून खराबा किया था और हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था.


जब अंग्रेजी हुकूमत के हाथ लगा ये हीरा


इस युद्ध में हारने के बाद मुगलों के पतन के बाद कोई और धीरे-धीरे मुगलों का अंत हुआ. ब्रिटिश साम्राज्य के हाथ में हीरा लगा तब कहा जाता है. उससे पहले ब्रिटिश सम्राज्य पृथ्वी के बड़े भूभाग में फैला हुआ था. लेकिन इस चेहरे को पाने के बाद अंग्रेजी हुकूमत भी धीरे-धीरे सिमट दी गई.


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