नई दिल्लीः तीन साल में तीसरी बार पीएम नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में फेरबदल हुआ. इस बार नौ नए मंत्रियों के शपथ ली. रविवार सुबह 10:30 बजे राष्‍ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण का कार्यक्रम हुआ.  2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इसको मोदी मंत्रिमंडल का अंतिम बड़ा विस्‍तार कहा जा रहा है. लिहाजा इसमें ऐसे चेहरों को तरजीह दी गई. इन नए चेहरों पर पीएम मोदी के 'न्‍यू इंडिया' के सपने को साकार करने के लिए सरकार के एजेंडे और नीतियों को जमीनी हकीकत में बदलने का दारोमदार होगा. इस कड़ी में सूत्रों के मुताबिक माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने 5पी यानी प्रोग्रेस (विकास), पैशन (जुनून), प्रोफिशिएंसी (निपुणता), प्रोफेशनल एक्‍युमेन (पेशेवर अनुभव) और पॉलिटिकल एक्‍युमेन (राजनीतिक समझ) फॉर्मूले के आधार पर नए मंत्रियों को चुना है. आइए इस संदर्भ में मंत्रिमंडल विस्‍तार से जुड़ी 5 अहम बातों पर डालें एक नजर: 


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1. तीन रिटायर्ड नौकरशाहों और एक पूर्व सुपर कॉप को कैबिनेट में जगह मिलेगी. इनमें से सत्‍यपाल सिंह मुंबई के पुलिस कमिश्‍नर रह चुके हैं और इस वक्‍त यूपी में बागपत से लोकसभा सदस्‍य हैं. हरदीप सिंह पुरी राजनयिक, केजे अल्‍फोंस आईएएस और आरके सिंह केंद्रीय गृह सचिव रह चुके हैं. 


2. बिहार से बीजेपी सांसद अश्विनी कुमार चौबे और यूपी से राज्‍यसभा सदस्‍य शिव प्रताप शुक्‍ला मंत्री पद की शपथ लेंगे. निकट भविष्‍य में जिन राज्‍यों में विधानसभा चुनाव होना है, उन राज्‍यों से वीरेंद्र कुमार (मध्‍य प्रदेश), अनंत कुमार हेगड़े (कर्नाटक) और गजेंद्र सिंह शेखावत (राजस्‍थान) शपथ लेंगे. 


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3. नीतीश कुमार की जदयू, तमिलनाडु की सत्‍तारूढ़ अन्‍नाद्रमुक और शिवसेना की तरफ से नए मंत्रियों के शामिल होने की संभावना नहीं है. हालांकि पहले माना जा रहा था कि जदयू की तरफ से दो मंत्री शपथ लेंगे. लेकिन शनिवार को नीतीश कुमार ने कहा कि उनको कैबिनेट विस्‍तार के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी यही बात कही. अन्‍नाद्रमुक का आंतरिक संकट मुख्‍य रूप से सरकार में शामिल होने की राह में रोड़ा माना जा रहा है. 


4. कई मंत्रियों को बेहतर कामकाज की वजह से प्रमोशन मिलने की उम्‍मीद है. इनमें से सूत्रों के मुताबिक वाणिज्‍य मंत्री निर्मला सीतारमण, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को कैबिनेट रैंक का दर्जा मिल सकता है. अभी ये स्‍वतंत्र प्रभार राज्‍यमंत्री हैं. सूत्रों के मुताबिक कई मंत्रियों के विभागों को भी बदला जा सकता है


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5. उल्‍लेखनीय है कि इससे पहले छह मंत्रियों राजीव प्रताप रूडी, संजीव बालयान, फग्‍गन सिंह कुलस्‍ते, कलराज मिश्रा, महेंद्र नाथ पांडे और बंडारू दत्‍तात्रेय ने इस्‍तीफा दे दिया. इनमें से कुछ को 2019 के लोकसभा चुनावों के लिहाज से पार्टी संगठन में जिम्‍मेदारी मिलने की बात कही जा रही है. महेंद्र नाथ पांडे को पहले ही यूपी बीजेपी का चीफ बनाया जा चुका है.