Rafale Fighter Jet: भारत ऐसे देशों से घिरा हुआ है, जो कम से कम उसका हित तो सोच ही नहीं सकते. ये दो देश हैं चीन और पाकिस्तान. ऐसे में खुद को हर मोर्चे पर मजबूत रखना बेहद जरूरी है. पिछले कुछ वक्त में देखें तो भारत ने अपनी सैन्य ताकत और हथियारों के बेड़े में तेजी से इजाफा किया है. अत्याधुनिक हथियारों को पावरबैंक में शामिल किया गया है. 


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समंदर में नहीं बचेगा कोई दुश्मन


अब इंडियन नेवी के लिए 26 रफाल लड़ाकू विमान फ्रांस से खरीदने की डील होने जा रही है. डील पर भारत सरकार और फ्रांस के बीच 30 मई से दिल्ली में बातचीत शुरू होगी. ये सौदा करीब 50 हजार करोड़ रुपये का होगा. नौसेना के लिए रफाल फाइटर जेट का मरीन वर्जन खरीदा जाएगा, जिसे समंदर में काम करने के लिए खास तौर पर डिजाइन किया गया है. 


INS विक्रांत पर होंगे तैनात


इन 26 रफाल विमानों को भारतीय नौसेना के INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य एयरक्राफ्ट करियर पर तैनात किया जाएगा. इस समय दोनों एयरक्राफ्ट करियर पर मिग-29 K फाइटर जेट्स तैनात हैं. रफाल आने के बाद हिंद महासागर में चीन के मुकाबले भारतीय नौसेना की ताकत और बढ़ जाएगी. भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही 36 रफाल फाइटर जेट्स हैं और नेवी के लिए डील पूरी होने के बाद भारत के पास कुल 62 रफाल लड़ाकू विमान होंगे.


अमेरिका में जलवा दिखाएगी भारतीय वायुसेना


अब रफाल से जुड़ी दूसरी ख़बर. भारतीय नौसेना के लिए 26 रफाल एयरक्राफ्ट फ्रांस से भारत आएंगे और भारतीय वायुसेना के 8 रफाल अमेरिका पहुंच रहे हैं. ये रफाल फाइटर जेट्स अमेरिका के अलास्का में रेड फ्लैग एक्सरसाइज में शामिल होंगे. ये 15 दिनों का युद्धाभ्यास होता है जिसमें अमेरिकी वायुसेना के अलावा दुनिया के कई देशों के लड़ाकू विमान शामिल होते हैं, जो आपस में हवाई युद्ध की प्रैक्टिस करते हैं. भारत के 8 रफाल फाइटर जेट्स के साथ एयर रिफ्यूलिंग टैंकर और 20 वायुसैनिकों की टीम अमेरिका पहुंच रही है. यहां रफाल को अमेरिका सहित दूसरे कई देशों के लड़ाकू विमानों के साथ एक्सरसाइज का मौका मिलेगा.