नक्सली हमले को पीएलजीए ने दिया अंजाम, कमांडर हिडमा निकला मास्टरमाइंड!
छत्तसीगढ़ के सुकमा में 25 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के पीछे कुख्यात नक्सली नेता हिडमा का हाथ बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि कमांडर हिडमा ने तीन सौ के करीब नक्सलियों के साथ मिलकर इस हमले को अंजाम दिया. सीआरपीएफ पोजीशन लेकर बैठी थी कि तभी अचानक फायर किया गया. सूत्रों के मुताबिक नक्सली संगठन, पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) ने इस हमले को अंजाम दिया है.
नई दिल्ली: छत्तसीगढ़ के सुकमा में 25 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के पीछे कुख्यात नक्सली नेता हिडमा का हाथ बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि कमांडर हिडमा ने तीन सौ के करीब नक्सलियों के साथ मिलकर इस हमले को अंजाम दिया. सीआरपीएफ पोजीशन लेकर बैठी थी कि तभी अचानक फायर किया गया. सूत्रों के मुताबिक नक्सली संगठन, पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) ने इस हमले को अंजाम दिया है.
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हिडमा है हमले का मास्टरमाइंड
बताया जा रहा है कि इस साल 11 मार्च को सुकमा में जो हमला हुआ था जिसमें 12 जवान शहीद हुए थे उसका भी मास्टरमाइंड हिडमा ही था. खुफिया एजेंसियां उसके लोकेशन का पता नहीं लगा पा रही है. पीएलजीए की पहली बटालियन (पीएलजीए-1) का मुखिया हिडमा है. 25 साल का हिडमा सुकमा के पालोडी गांव का रहने वाला है. हिड़मा को घात लगाकर हमला करने का मास्टर माना जाता है. हिडमा और उसकी पीएलजीए1 बटालियन पिछले कुछ सालों में सीआरपीएफ पर यहां पर कई बड़े हमले कर चुका है. मैप पर ये नक्सली संगठन बुरकापाल और चिंतागुफा इलाकों में बेहद सक्रिय है.
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नक्सलियों ने घात लगाकर किया हमला
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने पुलिस दल पर कल घात लगाकर हमला किया था जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 25 जवानों की मौत हो गयी तथा छह जवान घायल हो गए. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुरकापाल गांव के करीब नक्सलियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला किया. इस हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों की मौत हो गयी तथा छह जवान घायल हो गए.
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राज्य के मुख्यमंत्री ने ली अधिकारियों की आपात बैठक
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सली हमले के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अधिकारियों की आपात बैठक ली तथा स्थिति की समीक्षा की. राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज यहां बताया कि सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुरकापाल में नक्सली हमले की घटना के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की बैठक ली तथा स्थिति की समीक्षा की.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली तथा उन्हें घायल जवानों का बेहतर इलाज का निर्देश दिया. वहीं शहीद जवानों के शवों को उनके गृहग्राम तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दल पर घात लगाकर हमला कर दिया है. इस हमले में 25 जवान शहीद हो गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री को आज नई दिल्ली में जैसे ही इस नक्सल वारदात की सूचना मिली, उन्होंने तत्काल अपना पूर्व निर्धारित दिल्ली प्रवास स्थगित कर दिया और आपात बैठक के लिए रायपुर के लिए रवाना हो गए. पूर्व कार्यक्रम के अनुसार सिंह कल 25 अप्रैल को सुबह रायपुर लौटने वाले थे.
300 नक्सलियों ने किया हमला
रायपुर लाए गए घायल जवान शेर मोहम्मद ने संवाददाताओं को बताया कि वह जब सड़क की सुरक्षा में थे तब लगभग तीस सौ नक्सलियों ने अचानक पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी जिनमें महिला नक्सली भी शामिल थीं. इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की. नक्सली आधुनिक हथियारों से लैस थे. घायल जवान ने बताया कि सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. जवान ने दावा है किया कि इस मुठभेड़ के दौरान लगभग एक दर्जन नक्सली भी मारे गए हैं.
राज्य के पुलिस महानिदेशक एएन उपाध्याय ने बताया कि सुबह जवानों को गश्त के लिए रवाना किया गया था. दल में लगभग एक सौ जवान थे. दल जब 12 बजे बुरकापाल के करीब था तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद सुरक्षा बल के जवानों ने भी कार्रवाई की. दोनों ओर से लगभग तीन घंटे तक गोलीबारी हुई.
25 जवान शहीद
उपाध्याय ने बताया कि पुलिस दल की कोशिश थी कि घायल जवानों को वहां से जल्द बाहर निकाला जाए जिससे उनकी जान बचाई जा सके. क्षेत्र में अभी भी खोजी अभियान जारी है. राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह दिल्ली से रायपुर पहुंच गए हैं तथा वह राज्य के उच्च अधिकारियों की बैठक लेंगे तथा स्थिति की समीक्षा करेंगे. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आज माओवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में शहीद हुए 25 जवानों में 99 सदस्यीय सीआरपीएफ कंपनी के कमांडर रघुबीर सिंह भी शामिल हैं.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 74वें बटालियन के थे जवान
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 74वें बटालियन की ‘डेल्टा कंपनी’ से ताल्लुक रखने वाले अन्य शहीद जवानों के नाम इस प्रकार हैं: उप निरीक्षक के के दास, सहायक उप निरीक्षक संजय कुमार, रामेश्वर लाल, नरेश कुमार, हैड कांस्टेबल सुरेंद्र कुमार, बन्ना राम, एल पी सिंह, नरेश यादव, पद्मनाभानंद और राम मेहर, कांस्टेबल सौरभ कुमार, अभय मिश्रा, बनमाली राम, एन पी सोनकर, के के पाण्डेय, विनय चन्द्र बर्मन, पी अलागुपंडी, अभय कुमार, एन सेंथिल कुमार, एन तिरूमुरूगन, रंजीत कुमार, आशीष सिंह, मनोज कुमार और अनूप कर्माकर. छह घायलों की पहचान एएसआई आर चेंबरम, कांस्टेबल महेंद्र सिंह, जितेंद्र कुमार, शेर मोहम्मद, लच्छु उरांव और सोनवाणे ईश्वर सुरेश के रूप में हुई है.