नई दिल्‍ली: सियासी शतरंज के माहिर खिलाड़ी शरद पवार इस बार का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. इस संबंध में ऐलान करते हुए राष्‍ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) के नेता शरद पवार ने कहा कि मेरे परिवार के दो सदस्‍य पहले ही चुनाव लड़ रहे हैं, इस कारण मैंने चुनावी मैदान से बाहर रहने का फैसला लिया है. वैसे भी इससे पहले मैं 14 बार चुनाव लड़ चुका हूं.


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पवार फिलहाल राज्यसभा के सदस्य हैं. इससे पहले भी उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था, लेकिन बीच में उन्होंने अपना फैसला बदल लिया था. हालांकि अब एक बार फिर राकांपा प्रमुख ने कहा है कि वह चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगे. राजनीतिक पर्यवेक्षकों के मुताबिक प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश हमेशा शरद पवार के साथ जुड़ी रही है. हालांकि पवार कह चुके हैं कि उनकी नजर शीर्ष पद पर नहीं है.


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पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार की पार्टी कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत कर रही है. पवार ने कहा था कि उनकी पार्टी भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय नहीं, बल्कि राज्य स्तर पर गठबंधन करना चाहती है तथा वह समान विचारधारा वाले सभी दलों को भगवा पार्टी से मुकाबले के लिये साथ लाना चाहते हैं.



महाराष्ट्र की 2 सीटों पर रहेंगी सबकी निगाहें
इसके साथ ही आगामी आम चुनाव में महाराष्ट्र की कम से कम दो लोकसभा सीटों पर सबकी नजरें रहेंगी. चुनाव के दौरान नागपुर तथा सोलापुर सीटों पर सभी की नजरें रहेंगी. इसके अलावा पार्टी के एक सूत्र के मुताबिक 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव हारे पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे भी कांग्रेस की ओर से दोबारा सोलापुर से चुनाव लड़ सकते हैं.



वहीं, नागपुर सीट पर भी सभी की नजरें टिकी हैं, जहां से फिलहाल केंद्रीय परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी सांसद हैं. वह आगामी चुनाव में भी यहीं से चुनाव लड़ सकते हैं. भाजपा के पूर्व सांसद नाना पटोले इस सीट पर कांग्रेस के टिकट पर गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं.


(इनपुट: एजेंसी भाषा से भी)