Maharashtra: NCP नेता और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड गिरफ्तार, पुलिस ने इस मामले में की कार्रवाई
Maharashtra News: आव्हाड के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने से संबंधित, भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अलावा, धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए दंड) और 504 (शांति में खलल डालने के लिए उकसाने के इरादे से जानबूझकर अपमानित करना) और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम के तहत मामला किया गया है.
Har Har Mahadev Movie Controversy: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. एक मल्टीप्लेक्स में मराठी फिल्म ‘‘हर हर महादेव’’ का प्रदर्शन बाधित करने और दर्शकों के साथ धक्कामुक्की करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया. जल्द ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा.
यह घटना सोमवार को हुई जब आव्हाड और उनके समर्थक ठाणे शहर में एक मल्टीप्लेक्स में कथित तौर पर घुस गए और ‘‘इतिहास के साथ छेड़छाड़’’ के आरोप लगाते हुए ‘हर हर महादेव’ फिल्म का प्रदर्शन बाधित किया. इस सिलसिले में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, जब दर्शकों ने अपने पैसे वापस मांगे और फिल्म का प्रदर्शन बाधित करने को लेकर टिप्पणियां कीं तो आव्हाड और उनके समर्थकों ने उनमें से कुछ के साथ धक्कामुक्की की.
एक दर्शक की शिकायत पर आव्हाड के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने से संबंधित, भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अलावा, धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए दंड) और 504 (शांति में खलल डालने के लिए उकसाने के इरादे से जानबूझकर अपमानित करना) और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम के तहत मामला किया गया है.
पुणे में भी हुआ फिल्म का विरोध
सोमवार को पुणे शहर में ‘हर हर महादेव’ का प्रदर्शन एक मराठा समूह ‘संभाजी ब्रिगेड’ के सदस्यों ने बाधित किया. गुट के एक नेता ने आरोप लगाया कि ‘हर हर महादेव’ में तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है जबकि ‘वेदत मराठे वीर दौदाले साथ’ में छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिकों ‘मावले’ को बेहद निर्मम दिखाया गया है.
‘दर्शकों की पिटाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी’
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि ऐतिहासिक मराठी फिल्म 'हर हर महादेव' देखने गए दर्शकों की पिटाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसी घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फडणवीस ने मुंबई में कहा, ‘लोगों को लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध दर्ज कराने की अनुमति है. मैंने फिल्म नहीं देखी है और मुझे विवाद की जानकारी नहीं है.’फडणवीस राज्य के गृह मंत्री भी हैं.
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