Neha Singh Rathore Marriage: इस साल यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान जितनी चर्चा सीएम योगी आदित्यनाथ की हुई थी, उतनी ही चर्चा एक गाने 'यूपी में का बा' की हुई थी. इसे गाने वालीं बिहार की नेहा सिंह राठौर रातों रात स्टार बन गईं थीं. बेशक नेहा सिंह का उत्तर प्रदेश से कोई कनेक्शन तब नहीं था, लेकिन वह यूपी के घर-घर में पहचानी जाने लगी थीं, लेकिन अब गाने से हटकर उनका उत्तर प्रदेश से वास्तविक रिश्ता जुड़ गया है. अब वह यूपी की बहू बन गई हैं. आइए जानते हैं किससे हुई है नेहा सिंह की शादी और क्या करता है वह लड़का.


लखनऊ में हुई शादी से मीडिया को रखा दूर


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नेहा सिंह राठौर का विवाह 21 जून को अंबेडकरनगर के रहने वाले हिंमाशु सिंह नाम के लड़के से हुआ. यह शादी यूपी की राजधानी लखनऊ के नीलांश थीम पार्क में हुई. हालांकि इससे मीडिया और नेताओं को दूर रखा गया, लेकिन धीरे-धीरे यह खबर मीडिया में फैल ही गई. रिपोर्ट के मुताबिक, इन दोनों की सगाई 2021 में ही हो गई थी. कुछ ही दिन बाद दोनों की शादी होनी थी, लेकिन तब कोरोना की वजह से हिमांशु की मां उषा सिंह की मौत हो गई थी. इसलिए यह शादी तब नहीं हो पाई थी और इसे आगे के लिए टाल दिया गया था.


रातों रांत पॉपुलर हो गईं थीं नेहा सिंह राठौर


नेहा सिंह राठौर बिहार के कैमूर जिले की रहने वाली हैं और इनका जन्म 1997 में हुआ था. यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान नेहा का 'यूपी में का बा' गाना काफी मशहूर हुआ था. यू-ट्यूब पर इस गाने के पहले पार्ट को 8 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इस गाने की सफलता के बाद नेहा ने 'यूपी में का बा' गाने के दो और पार्ट रिलीज किए थे. ये दोनों गाने भी खूब देखे गए. नेहा सिंह राठौर ने ग्रेजुएशन कानपुर विश्वविद्यालय से की है. इन्होंने सिंगिंग की शुरुआत साल 2018 में की थी. वह लोकगीत के साथ ही सामाजिक मुद्दों पर गाना गाती हैं.



कौन हैं हिमांशु सिंह?


हिमांशु सिंह के पिता का नाम सूर्यकांत सिंह है और हिमांशु मूल रूप से अंबेडकरनगर के थाना महरुआ के गांव हीड़ी पकड़िया के रहने वाले हैं. रिपोर्ट की मानें तो इनके पिता सूर्यकांत सिंह प्रयागराज में टाटा कैमिकल फर्टिलाइजर कंपनी में सीनियर सेल्स ऑफिसर थे, जो अब पेंट का कारोबार करते हैं. अंबेडकरनगर से हाई स्कूल तक की पढ़ाई करने वाले हिमांशु आगे की स्टडी के लिए प्रयागराज पहुंचे. यहां से स्नातक के बाद दिल्ली में सिविल सर्विस की तैयारी करने लगे. हिमांशु 2018 से ही दिल्ली में कोचिंग और लेखन का काम कर रहे हैं.