`2047 तक भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने का ड्रीम`, NIA ने दो आतंकियों के खिलाफ ने दाखिल की चार्जशीट
Terrorist: गिरफ्तारी के समय हथियार भी बरामद किए गए थे. इसमें चाकू, तलवार, पिस्तौल थे. हालांकि इसने इन हथियारों को अपने साथी के जरिए छिपाने की कोशिश की थी लेकिन कामयाब नहीं हो पाया था.
NIA: केंद्रीय जांच एजेंसी ने ने PFI के दो आतंकियों के खिलाफ पटना में चार्जशीट दाखिल की है. दोनों आतंकी PFI के पटना मॉड्यूल से जुड़े हुये थे और देश में आतंकी वारदात को अंजाम देना चाहते थे. दोनों आरोपियों में एक आरोपी ने जनवरी 2023 में राम शिला के खिलाफ सोशल मीडिया पर लिखा था और विरोध होने पर हत्या करने की योजना तक बना ली थी लेकिन पहले ही NIA ने गिरफ्तार कर लिया था.
दो आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट
असल में एजेंसी ने PFI की साल 2047 तक भारत की इस्लामिक देश बनाने की योजना की साजिश रचने वाले दो आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. दोनों चार्शजीट आतंकियों के नाम मोहम्मद याकुब और शाहिद है. दोनों बिहार के पूर्वी चंपारण के रहने वाले है. दोनों आतंकियों के खिलाफ UA(P)A और आर्मस एक्ट की अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में अब तक 17 आतंकियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और 14 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है. ये मामला बिहार पुलिस ने 26 आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया था जिसे बाद में जांच के लिये NIA को सौंप दिया गया.
'राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद'
जांच में पता चला कि एक गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद याकुब बिहार के पूर्वी चंपारण का रहने वाला है और वहां जब जनवरी 2023 में अयोध्या के लिये “राम शिला“ ले जायी जा रही थी तो इस आतंकी ने इस बात का विरोध करते हुये सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया था और कहा था कि राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बनायी जानी चाहिये. लेकिन जब लोगों ने इसका विरोध करना शुरू किया और इसके खिलाफ सोशल मीडिया पर लिखा तो इसने इसका बदला लेने के लिये हथियार का इंतजाम किया और विरोध करने वाले हिंदू लड़के की हत्या की योजना बनायी.
काफी सारे हथियार भी बरामद
लेकिन इससे पहले कि ये आतंकी अपने मकसद में कामयाब हो पाता, NIA ने इसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के समय इस आतंकी के पास से काफी सारे हथियार भी बरामद किये गये थे जिसमें चाकू, तलवार, पिस्तौल थे. हालांकि इसने इन हथियारों को अपने साथी शाहिद के जरिये छिपाने की कोशिश की थी लेकिन कामयाब नहीं हो पाया.
मोहम्मद याकूब PFI की बड़ी साजिश का हिस्सा था जिसे भर्ती किया गया था और हथियार चलाने और मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी गयी थी जिसमें चाकू, रॉड, तलवार चलाना शामिल है. इसके अलावा ये PFI के लिये मुस्लिम लड़कों की भर्ती करने और उन्हें ट्रेनिंग दिलाने की साजिश में भी शामिल था और इसने काफी सारे ट्रेनिंग सेशन भी चलाये थे. जांच में ये भी पता चला कि इस ग्रुप को विदेशों से फंडिग की जा रही थी और इसे भारत में कर्नाटक और केरल के रास्ते इन तक पहुंचाया जा रहा था.