श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूख को एनआईए द्वारा समन जारी किया जाना केन्द्र के ‘हमारे धार्मिक पहचान पर बार-बार हमले’ का द्योतक है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख ने ट्वीट कर कहा कि मीरवाइज फारूख कोई साधारण अलगाववादी नेता नहीं हैं. वह कश्मीरी मुसलमानों के धार्मिक और अध्यात्मिक प्रमुख हैं.’’ 



महबूबा ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें एनआईए का समन हमारी धार्मिक पहचान पर जीओआई (भारत सरकार के) के बार-बार हमले का द्योतक है. वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए जम्मू-कश्मीर का इस्तेमाल किया जा रहा है. 


राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने एक आतंकी वित्तपोषण मामले में शनिवार को मीरवाइज और पाकिस्तान समर्थित हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी के बेटे को दिल्ली में पूछताछ के लिए समन जारी किया है. उन्हें जारी किये गये नोटिस के मुताबिक, मीरवाइज और नसीम गिलानी को सोमवार को नई दिल्ली में एनआईए मुख्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है.


 



पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों सहित एनआईए की टीम ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों और अलगाववादी समूहों के वित्त पोषण मामले के सिलसिले में 26 फरवरी को मीरवाइज, नसीम गिलानी और तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष अशरफ सेहरई के घरों की तलाशी ली थी. जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) नेता यासीन मलिक, शब्बीर शाह, जफर भट्ट और मसरत आलम के घरों पर भी छापेमारी की गई थी.