नई दिल्ली: निकिता तोमर हत्याकांड (Nikita Tomar Murder Case) मामले में रविवार को आयोजित की गई महापंचायत के दौरान नेशनल हाईवे पर उपद्रव करने के मामले में पुलिस ने अब तक कुल 32 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी को नीमका जेल भेज दिया गया है. हालांकि परेशान करने वाली बात ये है कि जब इन 32 आरोपियों का कोरोना टेस्ट करवाया गया तो इनमें से 3 आरोपी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. 


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अब फरीदाबाद के जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने बताया कि तीन पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद एहतियातन महापंचायत में शामिल सभी लोगों को 10 दिन तक होम क्वारंटीन में रहने की एडवाइजरी जारी कर दी गई है. इसके साथ ही उपायुक्त यशपाल यादव ने ऐसे किसी भी आयोजन पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. 


800 लोगों पर कोरोना का खतरा
निकिता तोमर हत्याकांड के विरोध में रविवार को बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में आयोजित महापंचायत में करीब 800 लोग शामिल हुए थे. अब एडवाइजरी जारी होने के बाद सभी लोगों को होम क्वारंटीन होना पड़ेगा. 


WhatsApp से फैलाई गई हेट स्पीच
बता दें कि महापंचायत को लेकर न्याय की आड़ में उपद्रव मचाने वालों से जुड़ा एक नया खुलासा हुआ है. गिरफ्तार किए गए 32 आरोपियों के फोन खंगालने पर सामने आया कि उपद्रवी वाट्सऐप (WhatsApp) पर कुछ ग्रुप्स से जुड़े हुए थे जिसमें हेट स्पीच फैलाई जा रही थी. फरीदाबाद पुलिस द्वारा सोशल मीडिया (Social Media) पर हेट स्पीच फैलाने वालों की पहचान करके असामाजिक तत्वों की लिस्ट तैयार की जा रही है.


सहायक पुलिस आयुक्त, आदर्शदीप सिंह ने कहा कि फरीदाबाद पुलिस द्वारा ऐसे भड़काऊ मैसेज फैलाने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान करके एक सूची तैयार की जा रही है और जल्द ही उनके खिलाफ कानून के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.


हेट स्पीच फैलाने वालों पर निगरानी
सिंह ने कहा कि फरीदाबाद पुलिस वाट्सऐप, ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर हेट स्पीच फैलाने वाले आपराधिक तत्वों पर निगरानी रख रही है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस तरह की भड़काऊ ब्यानबाजी करने वाले और सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश भेजने वाले असामाजिक तत्वों से सावधान रहें और शहर में शांति व्यवस्था स्थापित करने में पुलिस का सहयोग करें.


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