नई दिल्लीः नीतीश कुमार के महागठबंधन सरकार से इस्तीफा देने पर राहुल गांधी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते नीतीश कुमार पर धोखेबाजी का आरोप लगाया था. राहुल गांधी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि जब वो मुझसे मिले थे तो बहाने बना रहे थे. उन्होनें कहा कि 3-4 महीने से हमें पता था कि इस तरह की प्लानिंग हो रही थी, अपने स्वार्थ के लिए व्यक्ति कुछ भी कर रहा है, कोई नियम नहीं है. राहुल गांधी के आरोप पर पलटवार करते हुए नीतीश कुमार ने जवाब दिया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नीतीश के फैसले के खिलाफ शरद यादव, नाराज JDU नेताओं की बुलाई बैठक


नीतीश का राहुल को जवाब


नीतीश कुमार ने मीडिया के सामने से गुजरते हुए बार-बार सवाल किए जाने पर पहले कोई जवाब नहीं दिया फिर धीरे से कहा "उनको जवाब हम बढ़िया से देंगे" नीतीश के इस बयान का आशय ये निकाला जा रहा है कि वह वक्त आने पर सबको अच्छे से जवाब देंगे. नीतीश ने बीजेपी के साथ जाने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि हम लोगों ने बिहार के लोगों के हित में फैसला लिया है. 


मिलिए, 'सुमो' से, कभी टीम लालू के सचिव थे, अब उनके परिवार को किया आउट


केसी त्यागी का कांग्रेस पर पलटवार


जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उसकी कोई साख नहीं रह गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस भष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को लेकर गंभीर नहीं है. त्यागी ने कहा कि हम संसद के दोनों सदनों में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का समर्थन करेंगे. त्यागी ने कहा, कांग्रेस ना तो भ्रष्टाचार के खिलाफ है और ना ही किसी विपक्षी खेमे के प्रति गंभीर है. हमारी तरफ से कांग्रेस पर विश्वास करना एक बड़ी भूल थी जिसकी कोई भी साख नहीं है.    


नीतीश आखिरी बार सीएम बने हैं, यह आदमी भस्मासुर निकला : लालू


जेडीयू के केंद्र सरकार में शामिल होने के बारे में सवाल पूछे जाने पर त्यागी ने कहा, यह पार्टी नेतृत्व तय करेगा. हमारी पार्टी के अध्यक्ष और वरिष्ठ बीजेपी नेता मुद्दे पर चर्चा करेंगे. इसके बाद ही हम इस पर कुछ कह सकते हैं.


बीजेपी पर बरसे 'दिग्गी राजा' 


कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट किया कि एक बार फिर से बिहार में राज्यपाल ने सरकारिया कमीशन और सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन किया है. सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी को मौका नहीं दिया गया है. दिग्विजय सिंह ने कहा- BJP का प्रजातंत्र में विश्वास ना पहले था ना अब है. इस कृत्य के लिए धिक्कार है.