महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'राष्ट्र के नए पिता' कहे जाने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. साथ ही, पीएम मोदी और महात्मा गांधी के बीच तुलना को लेकर शनिवार को नीतीश कुमार के अलावा कई विपक्षी नेताओं ने फडणवीस की पत्नी की टिप्पणी पर आपत्ति जताई. 


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नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'उन्होंने स्वतंत्रता के लिए क्या किया है? स्वतंत्रता की लड़ाई में आरएसएस का कोई योगदान नहीं था. किन लोगों ने आजादी की लड़ाई लड़ी, हमने बचपन से देखा है. मेरे पिता ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था. भले ही मैं आजादी के बाद पैदा हुआ, लेकिन एक-एक बात पता है, बाद में एक-एक चीज को देख लिया.' समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में नीतीश कुमार यह कहते सुना जा सकता है.


जनता दल (युनाइटेड) ने पिछले साल बिहार में भाजपा के साथ अपना संबंध समाप्त कर लिया था और  नीतीश कुमार ने राजद व कांग्रेस के साथ महागठबंधन में वापसी के बाद फिर से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. 


'क्या अब नए इंडिया के पिता ही राष्ट्रपिता होंगे?'


नीतीश कुमार ने कहा, 'बापू का जो योगदान है, उसे हम कभी भूल सकते हैं क्या? अब तो राष्ट्रपिता को छोड़ने की बात हो रही है. कह रहे हैं कि अब राष्ट्रपिता को छोड़ दीजिए और नए पिता ही राष्ट्रपिता होंगे. नए भारत के नए पिता, क्या किए हैं भारत के लिए? कुछ काम किए हैं? कहां भारत आगे बढ़ा है? कौन सा काम हुआ है? सिवाय इसके कि नई टेक्नोलॉजी आ गई और नई टेक्नोलॉजी का पूरा का पूरा जबरदस्ती रूप से उपयोग कर रहे हैं.'


नीतीश का ये कमेंट अमृता फडणवीस की टिप्पणियों पर पलटवार था. अमृता ने कहा था, 'भारत के दो राष्ट्रपिता हैं. एक प्राचीन भारत के थे और दूसरे नए भारत के हैं. मेरा मानना है कि महात्मा गांधी भारत के 'राष्ट्रपिता'  हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए भारत के 'राष्ट्रपिता' हैं.'


प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा, 'कोई बने अच्छी बात है, लेकिन पहले मिलजुलकर चलेंगे तभी तो किसी फैसले पर पहुंच पाएंगे.' बीजेपी की यात्रा पर नीतिश कुमार ने कहा, 'उन्हें पता चल गया है कि मैं भी यात्रा निकाल रहा हूं, इसलिए उन्होंने ऐसा किया है.' जेपी नड्डा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उनका पटना से रिश्ता रहा है लेकिन अब वो पार्टी के अध्यक्ष हो गए हैं और उन्हें दो ही लोगों का बात मानना है. अब वो क्या करते हैं, ये उनकी बात है. 


नीतीश कुमार ने कहा, 'हम तो बिहार के लिए सेवा में लगे हैं. अपनी यात्रा के दौरान हम सरकार के कामों को देखेंगे. कहां क्या और जरूरत है उसे पता लगाने, सरकार की योजनाओं के तहत हो चुके कामों का ब्यौरा लेने का काम करेंगे. हम अपने लिए नहीं, जनता के लिए कर रहे हैं. मेरी कोई चाहत नहीं है सिवाय जनता की सेवा के. मैं कभी प्रधानमंत्री बनने की रेस में था ही नहीं. न ही मैंने इसके लिए कभी कुछ कहा है. मैंने हमेशा से यही चाहा है कि ज्यादा से ज्यादा पार्टियां मिलकर लड़ें और एक बेहतर सरकार बने.'


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