Mohamed Zubair and Prateek Sinha on Nobel Peace Prize 2022: दुनिया के प्रतिष्ठित पुरस्कार कहे जाने वाले नोबेल प्राइज के इस साल के विजेताओं के नामों की घोषणा होनी शुरू हो चुकी है. भौतिकी विज्ञान में इस साल तीन वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से पुरस्कार देने का ऐलान हो चुका है. अब नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize 2022) के विजेता का नाम घोषित होने वाला है. इस पुरस्कार के दावेदारों के सूची में ऑल्ट न्यूज संस्थापक और विवादित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबेर (Mohammed Zubair) और प्रतीक सिन्हा (Pratik Sinha) का नाम भी शामिल है. इस शुक्रवार को इस पुरस्कार के विजेता का ऐलान हो जाएगा.


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इन सांसदों ने किया नॉमिनेट


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ओस्लो के पीस रिसर्च संस्थान (PRIO) और नॉर्वे के सांसदों ने मोहम्मद ज़ुबैर (Mohammed Zubair) और प्रतीक सिन्हा (Pratik Sinha) का नाम नोबेल शांति पुरस्कार के दावेदारों की सूची में शामिल किया. नोबेल शांति पुरस्कार की दौड़ में मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा समेत 343 उम्मीदवार शामिल बताए जा रहे हैं. इन दावेदारों में 92 संस्थान और 251 व्यक्ति शामिल हैं. नोबेल अवार्ड समिति ने हालांकि इन दावेदारों के बारे में कोई जानकारी घोषित नहीं की है. हालांकि समाचार एजेंसी रॉयटर ने एक सर्वे और नार्वे की एक संस्था PRIO की सूची के हवाले से यह दावा किया है. 


भड़काऊ ट्वीट पर हो चुका है अरेस्ट


विवादित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर और उनके साथी प्रतीक सिन्हा अक्सर हिंदू विरोधी ट्वीट के कारण विवादों में रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने इस साल मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) को वर्ष 2018 में किए गए एक भड़काऊ ट्वीट के आरोप में गिरफ्तार किया था. सरकार ने जुबैर के ट्वीट को भड़काऊ और दो धर्मों के बीच नफरत फैलाने वाला बताया था. अरेस्टिंग के बाद जुबैर लंबे वक्त तक जेल में बंद रहा था. बाद में शर्तों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने जुबैर को जमानत दी थी. 


हर्ष मंदर का नाम भी दावेदारों में


इन दोनों के अलावा CAA-NRC के खिलाफ शाहीन बाग में आंदोलन में बैठने वाले विवादित सोशल एक्टिविस्ट हर्ष मंदर का नाम भी पुरस्कार पाने वाले दावेदारों की सूची में शामिल है. द पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट, ओस्लो के निदेशक हेनरिक उरदल ने इस साल नोबेल शांति पुरस्कार हासिल करने के संभावित दावेदारों की संक्षिप्त सूची जारी की है. उनकी सूची में हर्ष मंदर और 2017 में उनके द्वारा शुरू किया गया अभियान ‘कारवां-ए-मोहब्बत’ शामिल है. उरदल ने भी प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर को भारत में ‘धार्मिक उन्माद और असहिष्णुता का मुकाबले करने को लेकर इस पुरस्कार के लिए अन्य योग्य उम्मीदवारों’ के तौर पर नामित किया है.  हेनरिक उरदल ने कहा कि हर्ष मंदर भी इस तरह का पुरस्कार पाने के योग्य हैं, क्योंकि उन्होंने 2017 में कारवां-ए-मोहब्बत शुरू किया था. जो सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ समाज को एकजुट करने का काम करता है.


 


नार्वे की संसद करती है विजेता का चुनाव


बताते चलें कि नोबेल अवार्ड समिति हर साल 6 श्रेणियों में अवार्ड प्रदान करती है. इनमें शांति के अलावा साहित्य, भौतिकी, रसायन विज्ञान, शरीर विज्ञान या चिकित्सा और आर्थिकशास्त्र की कैटिगरी शामिल हैं. नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize 2022) के विजेता का चयन 5 सदस्यीय नॉर्वेइयन नोबेल कमेटी करती है. इन सदस्यों की नियुक्ति नॉर्वे की संसद करती है. आप एक तरीके से कह सकते हैं कि यह पुरस्कार नार्वे सरकार प्रदान करती है. 


इनाम में मिलते हैं  7.3 करोड़ रुपये


कमेटी का दावा है कि दुनिया में शांति स्थापित करने वाले व्यक्ति को ही नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize 2022) प्रदान किया जाता है. इस पुरस्कार को जीतने वाले व्यक्ति को मेडल के साथ-साथ 10,00,000 स्वीडिश क्रोना यानि लगभग 7.3 करोड़ रुपये भी दिए जाते हैं. इस शुक्रवार को दोपह में इस पुरस्कार की घोषणा हो जाएगी. इससे साफ हो जाएगा कि विवादित फैक्टर चेकर को यह इनाम मिल रहा है या नहीं.


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