उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने न्यू ईयर की शुरुआत मिसाइल टेस्टिंग के साथ की है. रविवार की सुबह उत्तर कोरिया ने मध्य क्षेत्र में मिसाइल टेस्ट किया, जो करीब 400 किलोमीटर की दूरी तक मार करने में सफल रही. इस मौके पर किम जोंग उन ने संकल्प लिया कि उत्तर कोरिया पूरे वर्ष परमाणु हथियारों की संख्या को बढ़ाने के लिए पुरजोर तरीके से काम करेगा. किम जोंग ने अपने देश के परमाणु शस्त्रागार को विस्तार करने और सबसे पावरफुल अंतरमहाद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल को बनाने का आदेश जारी किया है.


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रकारी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी’ (KCNA) के मुताबिक, किम ने कहा कि परमाणु हथियारों का बड़े पैमाने पर बनाने की जरूरत है. उन्होंने परमाणु हथियारों की संख्या को बढ़ाने का आदेश दिया है. केसीएनए के मुताबिक, किम के महत्वकांक्षी अंतरमहाद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम का उदेश्य तेजी से जवाबी परमाणु हमला करना है.


किम के कदम उनके परमाणु हथियार विकास कार्यक्रम की व्यापक दिशा के अनुरूप हैं क्योंकि उन्होंने बार-बार अपने शस्त्रागार की गुणवत्ता और हथियारों की संख्या, दोनों को बढ़ावा देने की कसम खाई है.


कुछ विशेषज्ञों ने कहा कि किम संभावित रूप से इस साल हथियारों का परीक्षण जारी रखेंगे. वो अपने विरोधियों के साथ भविष्य के व्यवहार में प्रतिबंधों से राहत जैसी रियायतें हासिल करने के लिए अपने बढ़े हुए शस्त्रागार का इस्तेमाल करने की कोशिश करेंगे.


कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार, किम ने पार्टी की बैठक में कहा, 'वे अब (उत्तर कोरिया) को अलग-थलग करने और अभूतपूर्व रूप से अलग करने के इच्छुक हैं.'


किम ने कहा कि वर्तमान में उत्तर कोरिया को अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और मौलिक हितों की पूरी तरह से गारंटी के लिए सैन्य ताकत को बढ़ाने की जरूरत है. किम ने दक्षिण कोरिया पर "अविवेकपूर्ण और खतरनाक हथियारों के निर्माण पर तुले हुए" होने का आरोप लगाया. केसीएनए ने कहा कि, किम ने युद्ध के मैदान में सामरिक परमाणु हथियारों का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है और देश के परमाणु शस्त्रागार में तेजी से वृद्धि की मांग की है.


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