Dheeraj Sahu IT Raids: धीरज साहू या कोई और...कौन है 351 करोड़ का मालिक? कांग्रेस ने क्यों साध ली चुप्पी
Congress Dheeraj Sahu: बीजेपी का आरोप है कि धीरज साहू तो सिर्फ़ खजांची हैं, इस कैशलोक की असली मालिक कांग्रेस है. और ये पैसा 24 के चुनाव के लिये जमा किया जा रहा था. मज़े की बात ये है कि 2018 के चुनाव शपथ पत्र में यही धीरज साहू खुद को कर्ज़दार बता रहे थे.
Dheeraj Sahu Cash Kaand: कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से IT रेड में अब तक 351 करोड़ रुपये बरामद हो चुके हैं. आज कार्रवाई का पांचवा दिन है. दो दिन से अलमारियों में जमे और बैग में भरकर ले जाते नोट नजर आ रहे थे. टोटल 176 बैग भरकर नोट बोलांगीर की SBI ब्रांच में लाये गए हैं. करीब 150 बैग की गिनती हो चुकी है. ये 300 करोड़ का आंकड़ा उसी से आया है. 25-30 बैग और खुलने हैं, तो टोटल अमाउंट और ऊपर जा सकता है. नोट गिनने में 25 मशीनें लगी हुई हैं. कुछ बैकअप में भी रखी हैं. नोट गिनना बैंक वालों का रूटीन काम है, लेकिन इतने सारे गिनने का पहली बार मौक़ा मिला है.
कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला
और अब आते हैं इस कैशलोक की सियासत पर क्योंकि आज की डिबेट वही है. शराब कारोबारी धीरज साहू के ठिकानों पर 6 दिसंबर को छापे पड़े थे. तब से अब तक इतना कैश बरामद होने के बाद कांग्रेस खामोश है. ना अपने सांसद को झिड़क रही है, ना उससे पल्ला झाड़ रही है. ना ये कह रही है कि ये पैसा कांग्रेस का नहीं है? ना ये कह रही है कि भाई इतना पैसा घर या फैक्ट्रियों में क्यों रख रखा था? हालांकि पार्टी नेता जयराम रमेश ने कहा कि इस पैसे का कांग्रेस पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने ट्वीट में कहा, सांसद धीरज साहू के बिज़नेस से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. सिर्फ़ वही बता सकते हैं, और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए, कि कैसे आयकर अधिकारियों के जरिए कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है. इसका मतलब ये है कि कांग्रेस ने एक तरह से धीरज साहू से पल्ला झाड़ लिया है.
बीजेपी ने कांग्रेस को जमकर घेरा
दूसरी साइड बीजेपी इस कैश को जमकर कैश करा रही है. आज पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ट्वीट किया. राहुल गांधी का नाम लेकर कहा कि 'जवाब तो देना पड़ेगा, भागने से काम नहीं चलेगा....ये मोदी की गारंटी है, पाई-पाई लौटानी पड़ेगी.' परसों प्रधानमंत्री मोदी भी ट्वीट करके कहा था कि 'पाई-पाई वसूली जाएगी'.
बीजेपी का आरोप है कि धीरज साहू तो सिर्फ़ खजांची हैं, इस कैशलोक की असली मालिक कांग्रेस है. और ये पैसा 24 के चुनाव के लिये जमा किया जा रहा था. मज़े की बात ये है कि 2018 के चुनाव शपथ पत्र में यही धीरज साहू खुद को कर्ज़दार बता रहे थे. उन्होंने अपने ऊपर 2 करोड़ 36 लाख का कर्ज़ बताया था. कांग्रेस की चुप्पी INDI अलायंस में उसके साथियों को भी खटक रही है. उनमें से कई आज बोले भी. वहीं कई नेताओं ने कांग्रेस की साइड से ही बैटिंग की.