नई दिल्ली: ओडिशा के संबलपुर में एक युवक की पुलिस कस्टडी में एक 22 वर्षीय युवक की मौत होने के बाद हिंसा भड़क गई. नाराज लोगों ने ऐंठापली पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ करने के बाद उस आग लगा दी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना में कई लोग व पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. घटना के बाद इलाके में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. मामले में कार्रवाई करते हुए तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिए गए हैं. वहीं ओडिशा मानवाधिकार आयोग में ऐंठापली पुलिस के खिलाफ शिकायत दाखिल करते हुए उन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चोरी के आरोप में लिया गया था हिरासत में
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात को ऐंठापली पुलिस स्टेशन में 22 वर्षीय युवक अविनाश मुंडा को चोरी के आरोप में हिरासत में लिया गया था. शुक्रवार तड़के उसे फंदे से लटका पाया गया. इसकी जानकारी मिलते ही करीब 150 से 200 लोगों की भीड़ थाने जा पहुंची और वहां तोड़फोड़ शुरू कर दी. इसके बाद लोगों ने थाने और वहां मौजूद वाहनों में आग लगा दी. इस घटना में थाने में मौजूद कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जलकर खाक हो गए.




गुस्साई भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.


अमेरिका ने फिर पाकिस्तान में घुसकर 3 आतंकियों को किया ढेर, ड्रोन से किया हमला


परिवार का आरोप- पुलिस की मारपीट से गई जान
पुलिस ने दावा किया कि भालुपाली गांव के रहने वाले मुंडा ने कथित तौर पर फंदा लगाकर आत्महत्या करने के लिये चादर का इस्तेमाल किया था. दूसरी ओर , उसके परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि अविनाश की पीट पीटकर हत्या की गई.


संबलपुर एसपी संजीव अरोड़ा ने बताया कि अब स्थिति को नियंत्रण में ले लिया गया है. आईजी सुशांत नाथ ने जानकारी देते हुए बताया कि ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन सेल कस्टडी में हुई युवक की मौत के मामले की जांच करेगी. जिससे ये सामने आ सकेगा कि युवक की मौत पुलिस की मार से हुई है या फिर उसने सुसाइड किया है. डीजीपी ने बताया, ''अगर कोई भी पुलिसकर्मी जिम्मेदार पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा''.