नई दिल्ली: ओडिशा (Odisha) के कटक जिले में दरियादिली की ऐसी मिसाल सामने आई कि उसे देखकर लोग हैरान रह गए. यहां मिनाती पटनायक (Minati Patnaik) नाम की एक महिला ने अपनी पूरी प्रॉपर्टी एक रिक्शा चालक को दान में दे दी. जिस रिक्शेवाले की किस्मत खुली उसका नाम बुधा है लेकिन उसकी नेकी की कहानी भी आपको इमोशनल कर देगी.


फैसले से झल्ला गए रिश्तेदार


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आपको बताते चलें कि दान देने वाली मिनाती पटनायक (Minati Patnaik) अपने फैसले पर अटल हैं. वहीं उनके रिश्तेदार ऐसा करने पर मिनाती को जमकर कोस रहे हैं. दरअसल 63 साल की मिनाती इस दुनिया में अकेली हैं. वैसे तो इसी शहर में उनकी तीन बहनें और एक भाई और बच्चे भी हैं. रिश्तेदारों की लंबी लिस्ट के बावजूद इन्होंने अपने पति की जीवन भर की कमाई को एक साधारण रिक्शे वाले के नाम कर दिया है.


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इसलिए किया फैसला


टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक मिनाती पटनायक ने ऐसा फैसला किया उसकी वजह भी बेहद जायज है. दरअसल उन्होंने निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे रिक्शा चालक के नाम अपना तीन मंजिला घर और पूरी संपत्त‍ि इस लिए ट्रांसफर करने का फैसला किया क्योंकि उन्होंने बीते एक साल में दुखों का पहाड़ झेला है. इस एक साल में ही इनका परिवार उजड़ गया. मिनाती के पति कृष्णा कुमार कैंसर पीड़ित थे. पिछले साल जुलाई में उनका निधन हो गया.


मिनाती पटनायक की इकलौती बेटी कमल कुमारी भी इसी साल जनवरी में आग की चपेट में आ गई थी. जिसके बाद उनका हर्ट अटैक से निधन हो गया. एक साल में दो दो भयानक दुख सहने वाली मिनाती टूट चुकी थीं लेकिन इस दौरान रिक्शा वाले बुधा और उसके परिवार ने कभी भी उन्हें अकेले नहीं छोड़ा. गरीब रिक्शावाले से जो कुछ बन पड़ा उसने बिना पूछे मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इसी से प्रभावित होकर महिला ने अपनी संपत्ति बुधा के नाम कर दी.


बुधा क्यों बना कानूनी हकदार?


दरअसल बुधा, मिनाती पटनायक के मकान में 1994 से किराए पर रह रहा है. वो शुरुआत से ही मिनाती को 'मां' कहकर बुलाता आया है. ये वही बुधा था जो मिनाती की बेटी को अपने ही रिक्शे पर स्कूल से लेकर कॉलेज तक पहुंचाता रहा. मिनाती के पति कृष्णा बिजनेस करते थे और उनके परिवार की हर जरूरत पर बुधा खड़ा रहता था. मिनाती ने बताया कि इतने लंबे अंतराल में बुधा उनके परिवार का हिस्सा बन चुका है. मिनाती और उनके पति ने बुधा की बेटी की शादी में उसकी आर्थिक मदद की थी. अब मिनाती का मानना है कि बुधा ही उनकी प्रॉपर्टी का कानूनी वारिस बनने का सबसे बेहतर हकदार है.


लोग कर रहे हैं तारीफ


मिनाती की महानता और दरियादिली की तारीफ अब आस-पड़ोस के लोगों के अलावा सोशल मीडिया पर भी कर रहे हैं. दरअसल इस पूरे दान की रकम एक करोड़ के ऊपर बैठती है. सिर्फ अच्छे भाव और सेवा से प्रभावित होकर मिनाती ने अपना तीन मंजिला मकान और 300 ग्राम सोने के गहने दान कर दिए. इस घटनाक्रम के बारे में जानकर कई लोग भावुक भी हो गए.