नई दिल्ली: दिल्ली में संसद भवन की नई बिल्डिंग बनाने के लिए चल रहे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) के निर्माण पर दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) सोमवार को अपना फैसला सुनाएगा. चीफ जस्टिस डीएन पटेल और जस्टिस ज्योति सिंह की पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है.


कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा


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बताते चलें कि हाई कोर्ट में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) का निर्माण कार्य स्थगित करने की मांग को लेकर याचिका दायर की गई है. याचिका में कहा गया है कि पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. ऐसे में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर काम जारी रखना बीमारी को फैलने का न्योता देना है. हाई कोर्ट (Delhi High Court) ने इस मामले में सुनवाई करने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. 


सुप्रीम कोर्ट ने दखल देने से किया था इनकार


बताते चलें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) के मामले में फिलहाल दखल देने से मना कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा था कि वह हाई कोर्ट से जल्द सुनवाई का आग्रह करे. कोर्ट ने इस मामले में टिप्पणी करते हुए कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि हाई कोर्ट इस मामले पर सुनवाई के लिए जल्द बेंच का गठन करेगा. 


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सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट क्या है?


दिल्ली में राजपथ के दोनों तरफ के इलाके को सेंट्रल विस्टा (Central Vista) कहते हैं. इसके अतर्गत राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट के करीब प्रिंसेस पार्क का इलाका आता है. सेंट्रल विस्टा रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट केंद्र सरकार के इस पूरे इलाके को रेनोवेट करने की योजना को कहा जाता है. इसी प्रोजेक्ट के तहत नए संसद परिसर का निर्माण किया जाना है. इसमें 876 सीट वाली लोकसभा, 400 सीट वाली राज्यसभा और 1224 सीट वाला सेंट्रल हॉल बनाया जाएगा.


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