Bengal News: तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा ने बीजेपी नेता दिलीप घोष और शुभेंदु अधिकारी की राजनीतिक 'मौत' पर शोक जताते हुए रविवार को उनकी तस्वीरों पर माला चढ़ाई. रविवार को महालया मनाया गया, जिसके दौरान हिंदू नदियों और जलाशयों में ‘तर्पण’ नाम की परंपरा के जरिए अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी जाती है. कमरहट्टी से विधायक मित्रा ने हुगली नदी में डुबकी लगाई और फिर एक पुजारी की मौजूदगी में घोष और शुभेंदु अधिकारी की तस्वीरों पर माला चढ़ाई. इसके बाद उन्होंने कहा, 'मैं दिलीप घोष और शुभेंदु अधिकारी की दीर्घायु की कामना करता हूं लेकिन उनका राजनीतिक करियर खत्म हो गया है. उनका लोगों से जुड़ाव खत्म हो गया है इसलिए मैं उनकी राजनीतिक 'मौत' पर शोक मना रहा हूं. यह सांकेतिक है. निजी तौर पर उनमें से कोई भी मेरा शत्रु नहीं है.'


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शुभेंदु अधिकारी और दिलीप घोष के लिए तर्पण कर मदन मित्रा ने विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी बंगाल में पंचायत चुनाव के बाद मर जाएगी. उन्होंने कहा, 'बंगाल बीजेपी जल्द ही विदा हो जाएगी. बीजेपी में तर्पण करने वाला कोई नहीं होगा. मैं स्पष्ट रूप से यह नहीं कह रहा हूं कि हम उन लोगों के खिलाफ नहीं हैं जिनकी तस्वीरें दिखाई जा रही हैं, लेकिन हम उनके अत्याचारों के खिलाफ हैं. बीजेपी पूरी तरह से मर जाएगी.' बंगाल में अगले साल पंचायत चुनाव होने वाले हैं.



बीजेपी का हल्ला बोल


महालया पर माला चढ़ाने और तर्पण करने को लेकर दिलीप घोष ने मदन मित्रा पर हमला बोला है. घोष ने कहा, मित्रा ने मुझे अपना पूर्वज माना है क्योंकि तर्पण किसी पूर्वज का ही किया जाता है. उन्होंने कहा, 'यह देखकर मुझे अच्छा लगा कि उन्होंने मुझे अपने दादा और पिता के तौर पर स्वीकार कर लिया है क्योंकि तर्पण पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है. हमने सोचा नहीं था कि हमारे बच्चे इतने अमानवीय हो जाएंगे.' बता दें कि रविवार को महालया के मौके पर गंगा घाटों पर काफी भीड़ थी.


(इनपुट- पीटीआई)


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