नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सीबीआई (CBI) की विशेष अदालत द्वारा बाबरी मस्जिद ढांचा विध्वंस पर दिए गए फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा, 'सत्यमेव जयते के अनुरूप सत्य की जीत हुई है.' 


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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'यह फैसला स्पष्ट करता है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर वोट बैंक की राजनीति के लिए देश के पूज्य संतों भारतीय जनता पार्टी के नेताओं, विश्व हिंदू परिषद से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारियों और समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों को बदनाम करने की नीयत से उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाकर बदनाम किया गया.' 


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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'इस षड्यंत्र के लिए जिम्मेदार लोग देश की जनता से माफी मांगें.  सीएम योगी ने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को इस फैसले के बाद फोन कर बधाई दी.


आपको बता दें कि 28 साल पुराने इस केस में लखनऊ में सीबीआई की विशेष अदालत के जज सुरेंद्र कुमार यादव ने फैसला सुनाया है. कोर्ट ने इस केस में CBI की ओर से पेश किए गए सबूतों को पर्याप्त नहीं माना है. 2300 पन्नों के फैसले में कोर्ट ने कहा है कि ढांचा गिराने में विश्व हिंदू परिषद का कोई रोल नहीं था, बल्कि कुछ असामाजिक तत्वों ने पीछे से पत्थरबाजी की थी और ढांचा गिराने में कुछ शरारती तत्वों का हाथ था. कोर्ट ने लालकृष्ण आडवामी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया. 


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