श्रीनगर : जम्मू कश्मीर प्रशासन ने सोमवार को अलगाववादियों के हड़ताल और प्रदर्शन के आह्वान को ध्यान में रखते हुए ग्रीष्मकालीन राजधानी के कई हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी है। अलगाववादी संगठनों ने 1947 में आज ही के दिन कश्मीर घाटी में सेना के प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन का अह्वान किया है।


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पुलिस प्रवक्ता ने बताया ‘पांच थाना क्षेत्रों.. नौहट्टा, खनयार, एम आर गुंज, जडीबाल और सफाकादल में पाबंदी लगायी गयी है।’ उन्होंने बताया कि इन हिस्सों सहित अन्य संवेदनशील हिस्सों में किसी भी प्रकार के विरोध-प्रदर्शन को रोकने के लिए सुरक्षाबलों को साथ तैनात किया गया है।


हुर्रियत कांफ्रेंस सहित कई अलगाववादी संगठनों ने 27 अक्तूबर 1947 को कश्मीर में सेना के प्रवेश के विरोध में हड़ताल और प्रदर्शन का आह्वान किया था। अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान जैसे पेट्रोल पंप, निजी कार्यालय आदि बंद हैं।


उन्होंने बताया कि जिन हिस्सों में प्रतिबंध नहीं लगाया गया है वहां सार्वजनिक और निजी वाहन सामान्य रूप से चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में उपस्थिति प्रभावित हुयी है, जबकि निजी शैक्षिक संस्थान बंद हैं।


सरकार ने सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूख समेत अलगाववादी नेताओं को नजरबंद किया है।