श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा चुनाव से पहले अनिवार्य बनाई जानी चाहिए जिससे जनता इस प्रक्रिया (सीएम-पीएम बनाने) का हिस्सा बन सके।


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नेशनल कान्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर ने ट्विटर पर लिखा कि मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा चुनाव से पहले अनिवार्य बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री-प्रधानमंत्री के बारे में फैसला करने में लोगों की भागीदारी होनी चाहिए, न कि उन्हें मतदान के बाद पार्टी नेतृत्व द्वारा इस बारे में आश्चर्यचकित किया जाना चाहिए। उमर ने शीर्ष पद के उम्मीदवारों के बीच टेलीविजन पर बहस का भी पक्ष लिया, ताकि वे अपना दृष्टिकोण पेश कर सकें।


उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के बीच कम से कम एक या दो बहस होनी चाहिए। उमर ने कहा कि मैं जानता हूं कि जेकेपीडीपी के नेताओं ने सरदेसाईराजदीप द्वारा प्रस्तावित चुनाव पूर्व बहस से इनकार कर दिया था, लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि कम से कम किरण बेदी और अरविन्द केजरीवाल सहमत होंगे।