नई दिल्ली: भारत पाकिस्तान के बीच के तनावपूर्ण रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं, एक बड़ा खुलासा इस बारे में हुआ है, मीडिया सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ ने भारत-पाकिस्तान संबंधों को लेकर कुछ खुलासे किए हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल 2001 में भारतीय संसद पर हमले के दौरान दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव पर मुशर्रफ भारत पर परमाणु हमला करने की योजना बना रहे थे.


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ये तनाव साल 2002 तक अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका था. तब भारत पर पाकिस्तान परमाणु हमला कर सकता था, इसकी काफी संभावनाएं थीं. हालांकि भारत के जवाबी हमले के डर से मुशर्रफ ने अपना फैसला टाल दिया कहा जा रहा है कि उस दौरान मुशर्रफ ने कई रातें बिना सोए बिताई थीं.


जापानी दैनिक 'मैनिची शिम्बुन' के अनुसार, मुशर्रफ (73) ने यह भी याद किया कि कैसे वह कई रात सो नहीं पाए और खुद से यह सवाल करते रहे कि क्या परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे या परमाणु हथियारों की तैनाती कर सकते हैं.


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मुशर्रफ ने इसका खुलासा किया कि भारतीय संसद पर आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पैदा होने के बीच उन्होंने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के बारे में विचार किया, लेकिन प्रतिक्रिया के डर से ऐसा नहीं करने का फैसला किया. पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति के हवाले से अखबार ने कहा कि 2002 में तनाव चरम पर था और ऐसा खतरा था कि परमाणु हथियारों की दहलीज लांघी जा सकती थी.


परवेज ने खुलासा किया कि परमाणु हथियार इस्तेमाल करने के बारे में उन्होंने काफी सोचा लेकिन भारत के जवाबी हमले के डर से इरादा बदल दिया. उस दौर में भी मुशर्रफ ने कभी इस बात से इनकार नहीं किया था कि वो भारत के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं.


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मुशर्रफ के अनुसार एटमी हमला करने के लिए एक से दो दिन लग सकते थे. जब उनसे ये पूछा गया कि क्या उन्होंने मिसाइलों पर वॉरहेड्स लगाने का ऑर्डर दिया था? पूर्व तानाशाह ने कहा- हमने ऐसा नहीं किया और मुझे लगता है कि भारत ने भी न्युक्लियर वॉरहेड्स मिसाइलों पर नहीं लगाए होंगे. खुदा का शुक्र है.


जानकारी के लिए बता दें कि पूर्व में आर्मी चीफ रहे मुशर्रफ ने तत्कालीन नवाज शरीफ सरकार को बर्खास्त कर पाकिस्तान की सर्वोच्य सत्ता पर कब्जा किया था. और अक्टूबर 1999 में खुद को पाकिस्तान का आर्मी चीफ घोषित कर दिया.


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इस दौरान साल 2001 से 2008 तक मुशर्रफ देश के राष्ट्रपति पद पर भी रहे. गौरतलब है कि वर्तमान मैं मुशर्रफ पिछले करीब एक साल से दुबई में रह रहे हैं. उन्हें मेडिकल वीजा के आधार पर मुल्क से बाहर जाने की अनुमति दी गई थी.