Pakistan Conspiracy: भारत को बदनाम करने के लिए PAK का नया पैंतरा, यूरोपीय देशों में रची ये साजिश
Pakistan News: पाकिस्तान, भारत के खिलाफ धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए यूरोप (Europe) के कई देशों में अपनी गतिविधियों को तेज कर रहा है. कई देशों के सांसदों को अपने प्रदर्शन के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उसने आंमत्रित किया है. ये नापाक कवायाद कश्मीर (Kashmir) के मुद्दे पर हो रही है.
Jammu Kashmir news 5 August: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुवाई वाली केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) को मिला विशेष दर्जा खत्म होने के बाद वहां पर शांति आई है और क्षेत्र का समुचित विकास हो रहा है. लंबे समय से बीजेपी (BJP) के पॉलिटिकल एजेंडे में रहे इस मुद्दे के यानी जे एंड के (J&K) से धारा 370 और 35 A के हटने के बाद पाकिस्तान का दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है. पाकिस्तान (Pakistan) को मिले इस दर्द को आज तीन साल पूरे होने जा रहे हैं.
बौखलाए पाकिस्तान का 'मिशन कश्मीर'
5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 (Article 370) हटने से पाकिस्तान बुरी तरह से बौखलाया हुआ है और पाकिस्तान ने इसे लेकर 5 अगस्त को दुनिया भर में भारत सरकार (Government of India) को बदनाम करने के लिए बड़ी योजनायें तैयार की हैं. जिसके तहत दुनिया के कई देशों में भारतीय दूतावासों के सामने विरोध प्रदर्शन की योजना तैयार की गई है.
ज़ी न्यूज़ के पास एक्सूलिसव रिपोर्ट
ज़ी मीडिया के पास मौजूद एक एक्सूलिसव रिपोर्ट से यह बड़ा खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए यूरोप के कई देशों में अपनी गतिविधियों को तेज़ कर रहा है. पाकिस्तान यूरोपीय देशों के सांसदों को भी ऐसे विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आंमत्रित कर रहा है. ज़ी मीडिया के पास मौजूद दस्तावजों से खुलासा हुआ है कि हाल ही में स्वीडन में स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने 5 अगस्त के दिन कश्मीर पर ऐसे ही एक कार्यक्रम में स्वीडिश सांसदों (Swedish Parliament) के साथ साथ, स्वीडिश मीडिया और मानव अधिकार संगठनों से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया है. स्वीडन में स्थित पाकिस्तानी दूतावास को पाकिस्तान सरकार ने ये जिम्मेदारी दी है कि कश्मीर को लेकर स्वीडन के अखबारों में भारत के खिलाफ वो दुष्प्रचार करे.
भारत के खिलाफ साजिश में इस देश का साथ
स्वीडिश सांसदों के जरिये पाकिस्तान कश्मीर पर भारत के खिलाफ अपनी मुहिम को वो यूरोप ले कई देशों में फैलाने में लगा है. पाकिस्तान ने पिछले महीने तुर्की में भी कश्मीर को लेकर तुर्की के ही एक बड़े थिंक टैंक के साथ कश्मीर पर एक सेमिनार आयोजित की थी जिसमें तुर्की में पाकिस्तान के एंबसेडर भी शामिल हुए थे. सेमिनार में बोलते हुए पाकिस्तान के एंबेसडर ने कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के भारत के फैसले का विरोध किया था. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक टर्की भारत को बदनाम करने के लिए पाकिस्तान का लांचिग पैड बन चुका है.
पिछले साल भी की थी ऐसी नाकाम कोशिश
पिछले साल ठीक इसी तरह पाकिस्तान ने पांच फरवरी के दिन कश्मीर सॉलिडेरिटी डे (Kashmir Solidarity Day) के नाम पर भारत (India) को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने के लिए दुनिया भर में एक बड़ी मुहिम चलाई थी. जिसके तहत उन देशों में मौजूद पाकिस्तानी दूतावास और हाई कमीशन के जरिये भारत के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन कराने की योजना तैयार की गई थी. इस्लामाबाद में पाकिस्तान की आईएसआई ने अपने सभी दूतावास को फैक्स और ईमेल के जरिये ये बताया था कि किस तरीके से कश्मीर में तैनात भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ झूठे मानवाधिकार हनन के मामलों को सामने लाना है.
पाकिस्तान ने पिछले साल 26 जनवरी से 28 जनवरी के बीच अपने सभी दूतावास को ईमेल और फैक्स के जरिये ये जानकारी दी थी कि पांच फरवरी के दिन भारत को बदनाम करने के लिए किस तरह से मुहिम को अंजाम देना है. इस प्लानिंग के तहत अमेरिका, यूके, जापान,कोरिया, कनाडा, जर्मनी ,अफ्रीकन देशों में मौजूद पाकिस्तानी दूतावास से ये कहा गया था कि वो इन देशों में पाकिस्तानी मूल के लोगों की मदद से भारतीय दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन करे. साथ ही सभी देशों में कश्मीर पर वेबिनार और इंवेट कराये जाये जिसमें भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ फर्जी मानवाधिकार हनन के मामलों को हाईलाइट किया जाये. सभी धरना प्रदर्शनों को उन देशों की मीडिया में बेहतर कवरेज मिले इसके लिए भी प्लानिंग बनाने के लिए कहा गया था. इन धरने प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए इस्लामाबाद से सभी पाक दूतावासों को फंड भी भेजे गये थे.
पिछले साल एक फरवरी को ऐसा ही एक फैक्स पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के न्यूयार्क में स्थित अपने कांसुलेट जनरल ऑफिस (Consulate General Office) को भेजा था जिसमें Kashmir Solidarity Day को सफल बनाने के लिए पाकिस्तानी अमेरिकी कम्यूनिटी की मदद से कैंडल विजेल (Candle Vigil Protest) करने के लिए कहा गया था साथ ही न्यूयॉर्क की सभी टैक्सी और ट्रक पर भारत के खिलाफ एडवर्टाइजमेंट कैंपेन (Advertisement Campaign) के साथ साथ Kashmir Solidarity Day पर वेबिनार कराने के लिए कहा गया था.
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