Kashmir toolkit: भारत को बदनाम करने के लिए PAK की नई `टूल किट`, दूतावासों के जरिए हो रही साजिश का खुलासा
Pakistan`s Kashmir toolkit: पाकिस्तान की भारत विरोधी साजिश (Anti India Conspiracy) का एक बार फिर से खुलासा हुआ है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की तरफ से सभी दूतावासों और हाई कमीशन को भेजे गए डाक्यूमेंट्स में निर्देश दिया गया है कि कश्मीर (Kashmir) पर भारत को बदनाम करने के लिए अपने दूतावासों के जरिये सेमिनार कराए.
Pakistan Conspiracy Against India: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से आर्टिकल 370 (Article 370) हटने से बौखलाए पाकिस्तान ने अब एक बार फिर भारत (India) को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने की साजिश रची है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने दुनिया भर में स्थित अपने दूतावासों और हाई कमिशन से भारत के खिलाफ कश्मीर को लेकर धरना प्रदर्शन कराने की जिम्मेदारी दी है. ज़ी न्यूज़ (Zee News) के पास मौजूद पाकिस्तान के उस टूल किट (Pakistan Toolkit) की जानकारी हाथ लगी है जिसके जरिये दुनिया भर में भारत के खिलाफ कश्मीर (Kashmir) को लेकर साज़िश तैयार की गई है.
पाकिस्तान ने कुछ पत्रकारों को मिशन में लगाया
पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर जो टूल किट तैयार किए हैं. उनमें भारत के खिलाफ किस तरीके के बैनर का इस्तेमाल करना है, सोशल मीडिया पर कश्मीर को लेकर के कौन-कौन से हैशटैग (#) के जरिए भारत के खिलाफ ट्वीट करने हैं. वहीं जिन जगहों पर भारतीय दूतावासों और हाई-कमीशन के सामने धरने और प्रदर्शन कराने हैं उनमें शामिल होने वाले लोगों को कौन से बैनर साथ लेकर आने हैं, इसकी तैयारी भी काफी पहले से कर ली गई है. दरअसल पाकिस्तान ने कश्मीर पर इंटरनेशनल मीडिया में कवरेज कराने के लिए कुछ पत्रकारों को अपने मिशन में लगाया है.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने संभाला साजिश का मोर्चा
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से अपने सभी दूतावासों और हाई कमीशन को भेजे गए डाक्यूमेंट्स में ये निर्देश दिया गया है कि कश्मीर पर भारत को बदनाम करने के लिए दुनिया भर में अपने दूतावासों के जरिये सेमिनार कराए. आपको बताते चलें कि पाकिस्तान हर साल 27 अक्टूबर को 'कश्मीर ब्लैक डे' (Kashmir Black Day) के तौर पर मनाता है.
पाकिस्तानी जासूस हुए एक्टिव
ज़ी मीडिया के पास मौजूद दस्तावेजों से ये खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान ने 27 अक्टूबर के दिन अमेरिका सहित यूरोप के कई देशों में भारत के खिलाफ प्रदर्शन और सेमिनार करने की प्लानिंग की है. भारत के खिलाफ होने वाले इन कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए पाकिस्तान ने हाल ही में कश्मीर सेल की एक मीटिंग बुलाई थी जिसमें पाकिस्तान की दुनिया भर में बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों समेत पकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अधिकारी शामिल हुए थे.
दूतावासों को हुई फंडिग
पाकिस्तान ने भारत में स्थित पाकिस्तान हाई कमिशन को छोड़ कर अपने सभी दूतावासों को 27 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रमों की लिस्ट भी भेजी है साथ ही इसके लिए खास फंड भी सैंक्शन किया है. साथ ही इन सभी देशों में कश्मीर पर वेबिनार और इंवेट कराना को कहा है जिसमें भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ फर्जी मानवाधिकार हनन के मामलों को हाईलाइट किया जाये. सभी धरना प्रदर्शनों को उन देशों की मीडिया में बेहतर कवरेज मिले इसके लिए भी प्लानिंग बनाने के लिए कहा गया था. इन धरने प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए इस्लामाबाद से सभी पाक दूतावासों को फंड भी भेजे गये थे.
साथ ही सोशल मीडिया, ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सअप का भी इस्तेमाल करने का फैसला किया है. कश्मीर को लेकर ट्विटर पर पाकिस्तानी आईएसआई हैशटैग का भी इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है जिसमें पाकिस्तान ने अपने सोशल आर्मी को भी इस काम में लगाया है.
पाकिस्तान इस मौके पर कई कश्मीरी अलगाववादियों को दुनिया भर में होने वाले इन कार्यक्रमों में आमंत्रित किया है जिससे दुनिया को ये बताया जा सके कि ये आम कश्मीरियों की आवाज है.
बौखलाया है पाकिस्तान
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी जम्मू कश्मीर में लगातार स्थितियां सामान्य होने से भी बौखलाई हुई है. पिछले दिनों गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू कश्मीर दौरे के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घरों से निकल कर गृह मंत्री की रैली में शामिल हुए. बारामुला में पिछले 35 सालों में किसी भी केन्द्रीय मंत्री की हुई रैली और रैली में लग रहे भारत माता के नारे ने पाकिस्तान को बेचैन कर दिया है.
बदल रही कश्मीर की सूरत
जम्मू कश्मीर में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले ये बताते हैं कि पाकिस्तान कश्मीर में अमन चैन की हर कोशिश को नाकाम करने में लगा हुआ है. जम्मू कश्मीर में इस लाल अब तक रिकार्ड 1.62 करोड़ पर्यटकों ने जम्मू कश्मीर की यात्रा की है.
26 अक्टूबर को एक बुक के विमोचन के दौरान जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी यह कहा था कि वेस्टर्न मीडिया जम्मू कश्मीर को झूठ को फैलाने में मदद करता है. पाकिस्तान से ज्यादा झूठ फलाने में वेस्टर्न मीडिया का हाथ है. जम्मू कश्मीर और POJK से कोई तुलना ही नहीं है. जम्मू कश्मीर को जितना पैसा भारत सरकार ने दिया है उसका अगर सदुपयोग हुआ होता तो शायद जम्मू-कश्मीर कहीं और होता.
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