Why K Suresh contesting: एनडीए सरकार के गठन के बाद लोकसभा में आज (26 जून) को स्पीकर के चुनाव को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच पहला शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है. स्पीकर चुनाव के लिए एनडीए ने ओम बिरला को उतारा है, जबकि विपक्ष ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को उम्मीदवार बनाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में नए लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखेंगे और सभी दलों से उन्हें सर्वसम्मति से चुनने का आग्रह करेंगे. इसके बाद अगर विपक्ष की तरफ से के. सुरेश का नाम लोकसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार के तौर पर प्रस्तावित नहीं किया जाएगा तो ओम बिरला निर्विरोध लोकसभा अध्यक्ष चुन लिए जाएंगे. वैसे तो नंबर गेम में भी ओम बिरला आगे नजर आ रहे हैं, लेकिन फिर ऐसा क्या है जिसकी वजह से के सुरेश चुनाव लड़ रहे हैं. इसकी जानकारी उन्होंने मतदान से ठीक पहले खुद दी है.


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नंबर नहीं तो क्यों लड़ रहे स्पीकर का चुनाव?


लोकसभा स्पीकर के लिए ओम बिरला (Om Birla) के पक्ष में नंबर होने के सवाल पर इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने कहा, 'नंबर कोई मुद्दा नहीं है, बल्कि एकमात्र मुद्दा परंपरा है. सत्तारूढ़ पार्टी, एनडीए ने परंपरा को तोड़ा है. इसीलिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं.'



किसके समर्थन में कितना नंबर?


लोकसभा स्पीकर पद पर चयन को लेकर सरकार और विपक्षी दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई. इसके बाद स्पीकर पद के लिए सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के ओम बिरला और विपक्षी दलों के के. सुरेश बीच मुकाबला है. हालांकि, सदन में संख्या बल की बात करें तो एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर ओम बिरला का आसानी से चुनाव जीतना तय माना जा रहा है. लोकसभा में फिलहाल बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के पास कुल 293 सांसद हैं और सभी सांसदों ने शपथ ले ली है. वहीं, दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन के पास कुल 235 सांसद हैं, जिनमें से 5 सांसदों ने अब तक शपथ नहीं ली है.


क्या टीएमसी करेगी के. सुरेश का समर्थन?


लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार के लिए टीएमसी की 'एकतरफा निर्णय' टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने कहा, 'कल शाम को सब कुछ साफ हो गया. उनके नेता - डेरेक ओ ब्रायन और कल्याण बनर्जी - कल शाम मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर इंडिया अलायंस की बैठक में शामिल हुए. हमने उन्हें स्थिति के बारे में बताया, वे स्थिति को समझ सकते हैं और वे हमारे साथ सहयोग भी करेंगे.'



राहुल गांधी के विपक्ष का नेता चुने जाने से विपक्ष होगा मजबूत: के सुरेश


राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के लोकसभा में विपक्ष के नेता चुने जाने पर कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने कहा, '18वीं लोकसभा में राहुल गांधी के नेतृत्व में एक मजबूत विपक्ष होगा. इसलिए हम इस सरकार के अलोकतांत्रिक तरीकों के खिलाफ लड़ेंगे.'



स्पीकर पोस्ट के लिए वोटिंग से बचना चाहता है विपक्ष


स्पीकर चुनाव के लिए वोटिंग से पहले बड़ी खबर आ रही है और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विपक्ष स्पीकर पोस्ट के लिए वोटिंग से बचना चाहता है. विपक्ष वॉयस वोट से ही स्पीकर के चुनाव के पक्ष में है. विपक्ष ने संख्या बल की कमी की वजह से ये स्ट्रेटेजी बनाई है. सूत्रों के अनुसार, अगर वोटिंग की नौबत आएगी तो विपक्ष सदन से वॉक आउट कर सकता है.'


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