Parliamentary Committee Summons Railway Officials: पिछले कुछ महीनों में देशभर में रेल दुर्घटनाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इसके बाद संसदीय समिति ने दुर्घटनाओं और यात्री सुरक्षा चिंताओं के संबंध में रेल मंत्रालय के अधिकारियों को तलब किया है. हाल के समय में बढ़ती रेल दुर्घटनाओं को देखते हुए संसदीय समिति ने मांग की है कि रेलवे बोर्ड के प्रतिनिधि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करें. इस सत्र में मुख्य रूप से 'भारतीय रेल परिचालन में सुरक्षा सुनिश्चित करना' विषय पर मंत्रालय द्वारा दी गई ब्रीफिंग पर केंद्रित है. यह बैठक ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हो रही है. जब कुछ समय में कई भयावह घटनाओं के बाद रेल सुरक्षा एक राष्ट्रीय चिंता का विषय बन गई है.


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रेल दुर्घटना रोकने के लिए क्या कर रही भारतीय रेलवे?


लोकसभा और राज्यसभा के लगभग 30 सदस्यों वाली समिति से कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने की उम्मीद है. हालांकि, विशेष रूप से हाल ही में हुई दुर्घटनाओं को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है. समिति के अध्यक्ष ने रेलवे बोर्ड से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने और देशभर में रेलवे परिचालन की समग्र सुरक्षा में सुधार के लिए उठाए गए उपायों का विवरण दिया गया हो. बैठक के बाद भारतीय रेलवे प्रणाली में सख्त निगरानी और संभवतः सुरक्षा प्रोटोकॉल को बढ़ाने की उम्मीद है.


पिछले साल बालासोर में गई थी 250 से ज्यादा लोगों की जान


ओडिशा के बालासोर में पिछले साल 2 जून को भीषण ट्रेन हादसा हुआ था, जिसमें 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 1200 से अधिक लोग घायल हुए थे. इसके अलावा इस साल 17 जून को पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से करीब 10 किलोमीटर दूर सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी थी. इसके बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए थे और करीब 10 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 60 लोग घायल हुए थे. 30 जून को झारखंड के चक्रधरपुर के पास बड़ाबंबू में हावड़ा-मुंबई मेल के 20 डिब्बे एक मालगाड़ी से टकराकर पटरी से उतर गए थे. 28 फरवरी 2024 को झारखंड के जामताड़ा और विद्यासागर स्टेशन के बीच हुए ट्रेन हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई थी.


इस साल 18 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गोंडा के पास डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटना का शिकार हो गई थी और ट्रेन के करीब 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में चाल लोगों की मौत हो गई थी और 32 लोग घायल हुए थे. 30 जुलाई को झारखंड में जमशेदपुर के पास हावड़ा-मुंबई सीएसएमटी मेल के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए थे और इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई थी. 17 अगस्त को उत्तर प्रदेश के कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे. हालांकि, इस हादस में कोई घायल नहीं हुआ था.