Partha Chatterjee: पार्थ चटर्जी ने खाने में की ये फरमाइश, मन नहीं माना तो जेल अधिकारियों से लगाई गुहार
Partha Chatterjee News: पश्चिम बंगाल के प्रेसीडेंसी जेल में बंद पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने खाने के मेन्यू चार्ट में बदलाव की मांग की है. उन्होंने इसे लेकर जेल अधिकारयों से अनुरोध भी किया है.
Partha Chatterjee SSC Scam: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसे पार्थ चटर्जी का जीवन कठिनाइयों से घिरता चला जा रहा है. जेल जाने के बाद से उनकी रातों की नींद गायब है. ठाठ-बाठ से दूर प्रेसीडेंसी जेल के जिस वार्ड में पार्थ को रखा गया है, वहां दोषियों और विचाराधीन कैदियों के लिए केवल एक बाथरूम है. पार्थ के पैरों में सूजन भी आ गई है. इसके बावजूद डॉक्टरों ने पूर्व मंत्री को जेल वार्ड से अस्पताल में शिफ्ट करने की हामी नहीं भरी है. डॉक्टरों ने रविवार सुबह पार्थ की शारीरिक स्थिति को देखा और उन्हें जेल अस्पताल ले जाने की सलाह नहीं दी. इस बीच पार्थ ने जेल मेन्यू चार्ट में बदलाव की मांग की है. उन्होंने रात के खाने में भी चावल की डिमांड की है.
नहाने के लिए एक ही वॉशरूम
जेल के नियमों के मुताबिक विचाराधीन और सजा पाए कैदियों को नहाने के लिए एक ही वॉशरूम का इस्तेमाल करना होता है. पार्थ प्रेसीडेंसी जेल के सेल नंबर दो में बंद हैं और उस वार्ड में नहाने के लिए एक ही वॉशरूम है. शुक्रवार को जेल पहुंचने के बाद से वे रविवार तक नहाए नहीं.
पार्थ के पैरों में सूजन
पैरों में सूजन के कारण वे ठीक से चल नहीं पा रहे. उन्होंने अपनी समस्या डॉक्टरों से शेयर की तब जाकर डॉक्टरों ने रविवार को वार्ड के सामने एक बड़े ड्रम में पानी रखने की अनुमति दी. जिसके बाद पार्थ नहा सके. सभी कैदियों से इतर उन्हें एक अतिरिक्त तौलिया दिया गया है.
पार्थ के निकलते ही सभी कैदी बैरक में
जेल सूत्रों के मुताबिक दोपहर में जब पार्थ सेल से नहाने के लिए निकले तो वार्ड के अन्य प्रकोष्ठों के कैदी अपने-अपने कोठरियों में बंद थे. हर बार जब पार्थ को वार्ड से बाहर निकाला जाता है, तो वार्ड के अन्य कैदियों को कमरे के अंदर बंद कर दिया जाता है.
पार्थ के सेल में 24 घंटे सर्विलांस
पार्थ के सेल में 24 घंटे सर्विलांस के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. वह नहाने के समय को छोड़कर सुबह से शाम तक वार्ड में ही रह रहे हैं. पार्थ के वार्ड के अलग-अलग सेल में आफताब अंसारी, सुदीप्तो सेन, गौतम कुंडू, कादर खान और मूसा जैसे हाई प्रोफाइल अपराधी हैं. छत्रधर महतो और कई माओवादी विचाराधीन आरोपी भी हैं.
ज्यादातर वक्त सोने में बिता रहे
जेल सूत्रों के मुताबिक मंत्री अपना ज्यादातर वक्त सोने में बिता रहे हैं. सुबह उन्हें बटर टोस्ट और बिस्किट दिया गया. जेल के नियमों के अनुसार रविवार को कैदियों को नॉनवेज मील दी जाती है. दोपहर में पार्थ ने चावल, दाल, करी और मछली का शोरबा खाया. उन्होंने रात में भी चावल देने का अनुरोध किया.
जेल में अर्पिता भी अलग-थलग
वहीं, अलीपुर महिला जेल सूत्रों के मुताबिक अर्पिता मुखर्जी दिन के ज्यादातर समय सोती रहीं. वहां भी सुबह का खाना चाय-बिस्किट बटर-टोस्ट था. अर्पिता ने दोपहर में चावल, दाल, करी और मछली खाई. उन्हें भी एक अलग सेल में रखा गया है और कोर्ट के आदेश के अनुसार हर समय कड़ी सुरक्षा रखी जाती है.
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