सोहना: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल शुल्क के बारे में सवालों के जवाब देते हुए कहा कि लोगों को बेहतर सड़कों और अच्छी सेवाओं के लिए भुगतान करना होगा. साथ ही उन्होंने बताया कि एक्सप्रेसवे बनने से यात्रा के समय और ईंधन की लागत को कम करने में कैसे मदद मिलती है.


साझेदारी से काम करें किसान 


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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) परियोजना की स्थिति का आकलन करने और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों को सुधार के उपाय सुझाने के लिए गुरुवार को सोहना पहुंचे थे. सोहना में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (DME) की प्रगति की समीक्षा करते हुए, गडकरी ने कहा कि जिन किसानों के पास एक्सप्रेसवे के नजदीक की जमीन है, उन्हें अपनी भूमि को डेवलपर्स को नहीं बेचनी चाहिए, इसके बजाय उन्हें डेवलपर्स के साथ पार्टनरशिप करनी चाहिए और सड़क के किनारे की सुविधाओं का निर्माण करना चाहिए.


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'AC हॉल के लिए भी तो देते हैं पैसे'


टोल शुल्क के कारण यात्रा लागत में वृद्धि के संबंध में गडकरी ने कहा, 'यदि आप एक AC हॉल का उपयोग करना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए भुगतान करना होगा. अन्यथा, आप खुले मैदान पर भी शादी की व्यवस्था कर सकते हैं.'


DME से बढ़ेगा व्यवसाय


दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर बात करते समय गडकरी ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे, यात्रा के समय को घटाकर 12 घंटे कर देगा. फिलहाल एक ट्रक को दिल्ली से मुंबई पहुंचने में 48 घंटे लगते हैं. लेकिन इस एक्सप्रेसवे पर केवल 18 घंटे लगेंगे. इसका मतलब है कि एक ट्रक अधिक यात्राएं करने में सक्षम होगा, जिससे व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी.


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