Gujarat Grave Restaurant: अहमदाबाद के 26 कब्रों वाले इस रेस्टोरेंट में लोग लेते हैं चाय की चुस्की, हुसैन बनाते थे पेंटिंग
Gujarat Election 2022: गुजरात चुनाव के लिए बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी तीनों ने पूरी ताकत झोंक दी है. तमाम बड़े नेता मतदाताओं को लुभाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं. जहां एक ओर बीजेपी के सामने सत्ता वापस पाने की चुनौती है. वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बीजेपी के किले में सेंध लगाने के लिए कमर कस चुके हैं. गुजरात में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा. नतीजों का ऐलान 8 दिसंबर को किया जाएगा. गुजरात में चुनावी मौसम के बीच जी न्यूज की टीम पहुंची अहमदाबाद स्थित कब्र वाली चाय की दुकान पर. जी हां आपने सही पढ़ा. आइए आपको इस दुकान की खासियतें बताते हैं.
चाय, एक ऐसा शब्द जिसे सुनते ही ताजगी का एहसास होने लगता है. ऑफिस हो या दुकान, घर हो या मोहल्ले का नुक्कड़ या फिर गंगा का घाट हो या समंदर का किनारा चाय का प्याला लेकर बैठे हुए लोग आपको हर कहीं नज़र आ ही जाएंगे क्योंकि चाय के दीवानों की संख्या हजारों में नहीं बल्कि करोड़ों में है
लेकिन क्या कभी आपने कब्र के बराबर में चाय पीने के बारे में सोचा है.जाहिर है ये सुनने में काफी अटपटा है लेकिन अहमदाबाद के लोगों के लिए ये बिलकुल नॉर्मल है. ये तस्वीरें अहमदाबाद की कब्र पर बनी चाय की दुकान की है, जहां रोज़ाना बड़ी संख्या में लोग चाय का लुत्फ उठाते हैं.
26 कब्रों पर बनी ये चाय की दुकान 1950 में बनी थी, जिसमें आम लोगों के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी बन मस्का का टेस्ट भी ले चुके हैं. चाय की दुकान के ओनर रज्जाक मंसूरी ने कहा कि लोग यहां बड़े मजे से चाय की चुस्की लेते हैं. इतना ही नहीं इस ऐतिहासिक दुकान में तारक मेहता सीरियल की शूटिंग भी हुई थी.
कब्र के बीच बैठकर चाय की चुस्की ले रहे लोगों से हमारे संवाददाता ने उनकी चुनावी पसंद के बारे में खुलकर बातचीत की. चाय का लुत्फ उठाते स्थानीय हिरानंद भंसाली का कहना था कि गुजरात का टेस्ट तो बीजेपी है. लोगों का कहना है कि गुजरात बीजेपी का होमग्राउंड है. वहीं कुछ लोग परिवर्तन की मांग करते नजर आए.
मुसलमानों के मन में क्या है ये भी हमारी टीम ने जाना. वहीं यहां के रहने वाले कुछ वोटर्स AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी का एजेंट बताते नजर आए. चाय की दुकान पर माहौल एकदम खुशनुमा है और चुनावी टेस्ट पर सबने अपनी राय खुलकर ऱखी. यहां काम करने वाले कर्मचारी का कहना था कि कब्र के साथ चाय पीने में लोगों को सुकून मिलता है.
मशहूर पेंटर एमएफ हुसैन भी 'द न्यू लकी रेस्टोरेंट' में चाय का आनंद लेने आते थे.वो इस रेस्टोरेंट के इतने मुरीद थे कि उन्होंने इस जगह पर बैठकर कई पेंटिंग्स भी बनाई हैं.