Tejas: दुश्मन को मिनटों में धूल चटाने में सक्षम है 2222 किमी/घंटा स्पीड वाला यह फाइटर जेट, जानें इसकी खासियत
सरकार ने भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए देश में ही बने 83 तेजस लड़ाकू विमानों (Tejas Fighter Jet) की खरीद को मंजूरी दे दी है. स्वदेशी रक्षा खरीद के तहत हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (HAL) से 48 हजार करोड़ रुपये की लागत से 73 लड़ाकू तेजस विमान और 10 ट्रेनर विमान खरीदे जाएंगे. तेजस चौथी पीढ़ी के सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों के समूह में सबसे हल्का और सबसे छोटा विमान है.
गेम चेंजर साबित होगा
तेजस लड़ाकू विमानों (Tejas Fighter Jet) की खरीद को मंजूरी मिलने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सीसीएस ने इस सबसे बड़े ऐतिहासिक स्वदेशी रक्षा सौदे पर मुहर लगा दी है. तेजस की ताकत वायुसेना को मजबूत करेगी और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य के लिए भी यह गेम चेंजर साबित होगा.'
दुश्मनों को मिनटों में धूल चटाने में सक्षम
तेजस में एक साथ 9 तरह के हथियार लोड और फायर किए जा सकते हैं. तेजस में एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं. तेजस लड़ाकू विमान मिनटों में दुश्मन को धूल चटाने में सक्षम है और इसकी तैनाती के बाद दुश्मन देश में खौफ बढ़ जाएगा.
कम जगह पर टेक ऑफ और लैंडिंग
तेजस पर हवा से हवा में, हवा से धरती और हवा से पानी पर हमला करने वाले हथियार लोड किए जा सकते हैं. तेजस की खासियत है कि ये कम जगह से भी उड़ान भर सकता है.
54 हजार KM की ऊंचाई तक उड़ान
तेजस विमान एक सुपर सोनिक फाइटर जेट है, जो एक बार में 23 हजार किलोमीटर की दूरी तय करता है. तेजस की खासियत है कि इसमें हवा में ईंधन भरा जा सकता है.
लगा है जैमर-प्रोटक्शन तकनीक
तेजस में जैमर-प्रोटक्शन तकनीक है ताकि दुश्मन की सीमा के करीब उसका कम्युनिकेशन बंद न हो. तेजस को 42 फीसदी कार्बन फाइबर, 43 फीसदी एल्यूमीनियम एलॉय और टाइटेनियम से बनाया गया है.
2222 किमी प्रति घंटा है स्पीड
तेजस की स्पीड 2222 किमी प्रति घंटा है और यह अपने साथ 13500 किलोग्राम वजन ले जा सकता है. तेजस 43.5 फीट लंबा और 14.9 फीट ऊंचा है. यह हल्का और आकार में भी छोटा है.
अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था नाम
अगस्त 1983 में हल्का युद्धक विमान यानी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (Light Combat Aircraft) प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई थी. इसके 18 साल बाद 4 जनवरी, 2001 को तेजस ने पहली उड़ान भरी. साल 2003 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) ने इस फाइटर जेट को 'तेजस' का नाम दिया था.
संस्कृत भाषा के 20 नामों से चुना गया
तेजस फाइटर जेट का ये नाम संस्कृत भाषा के 20 नामों में से चुना गया था. संस्कृत में तेजस शब्द का मतलब होता है असीम शक्ति यानी सबसे शक्तिशाली.