Doctors ने इस शख्स को दी नई जिंदगी, Bull Attack के बाद `बिगड़` गया था चेहरा
डॉक्टरों को भगवान का दर्जा शायद इसी दिन के लिए दिया जाता है जब उनका काम किसी को नई जिंदगी दे सके. वैज्ञानिक प्रगति के साथ ऐसी चमत्कारिक घटनाएं होती हैं जिन पर भरोसा करना जरा मुश्किल होता है. राजस्थान के बीकानेर निवासी 38 वर्षीय करनी बिश्नोई के साथ भी हादसे के बाद एक चमत्कार हुआ है. जब हर कोई उनकी जान बचने की उम्मीद भी खो चुका था तो डॉक्टरों ने न सिर्फ उन्हें मौते से मुंह से बाहर निकाल लिया बल्कि उनके मुंह में घुसे सांड़ के सींग से बिगड़े चेहरे को भी 11 महीने की मेहनत के बाद फिर से ठीक कर दिया.
मुंह में घुसा सांड़ का सींग
दरअसल 3 सितंबर, 2020 को कार में अपने दोस्त के साथ सफर कर रहे बिश्नोई को एक सांड़ ने अपना सींग मार दिया. इस हादसे में सांड़ ने बिश्नोई के मुंह में सींग घुसेड़ दिया. हमला इतना जोरदार था कि बिश्नोई की नाक टूट गई और दाहिनी आंख खराब हो गई. इस हमले से उनका पूरा चेहरा ही बिगड़ चुका था.
कार पर सांड़ ने किया हमला
दिल दलहा देने वाला यह हादसा तब हुआ जब बिश्नोई अपने एक दोस्त के साथ कार से घर लौट रहे थे. सड़क पर साड़ों का झुंड पार कर रहा था तो उन्होंने कार रोक दी. तभी अचानक एक सांड़ ने कार पर हमला कर दिया. उसका बायां सींग शीशे को तोड़ते हुए बिश्नोई के मुंह में जा घुसा. कार में बैठा उनका दोस्त सदमे में आ गया, लेकिन कुछ देर में हिम्मत जुटाकर उसने अपने रिश्तेदारों को फोन किया. फिर कुछ लोगों ने बिश्नोई को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. हालांकि, सुविधाओं की कमी के कारण सिर्फ खून का रिसाव बंद करके अस्पताल ने बिश्नोई को दिल्ली रेफर कर दिया.
दुनिया की सबसे एडवांस सर्जरी
पहले कुछ महीनों तक तो चेहरे पर कोई हाव-भाव नहीं उभरे, लेकिन दूसरी बार सर्जरी करके डॉक्टरों ने यह कमी भी पूरी कर दी. अब डॉक्टरों का प्लान है कि वो एक सर्जरी और करेंगे जिससे बिश्नोई के चेहरे की बाकी कमी भी पूरी हो जाएगी. एक एफएमसीजी कंपनी में काम करने वाले करनी बिश्नोई का चेहरा वापस दिलाने के लिए दुनिया की आधुनिकतम तकनीक का उपयोग किया गया है. उन्होंने कहा, 'ऐसा लगता है जैसे मेरा पुनर्जन्म हुआ हो.'
सींग से मुंह, नाक और आंख डैमेज
बिश्नोई की कंपनी बिकाजी ग्रुप के एमडी दीपक अग्रवाल ने उन्हें एयर लिफ्ट करवाने की व्यवस्था की और बिश्नोई को दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल लाया गया. सांड़ का सींग मुंह से होकर नाक को चीरते हुए आंख तक जा पहुंचा था. चोट इतनी जबर्दस्त थी कि दिमाग का बाहरी हिस्सा भी डैमेज हो गया. पहली सर्जरी में तो चेहरे को पहले जैसा आकार दिया गया, लेकिन उस पर हाव-भाव नहीं आ सके. तब डॉक्टरों को दूसरी सर्जरी करनी पड़ी.
दो सर्जरी के बाद बची जान
प्लास्टिक सर्जन डॉ. सुनील चौधरी और न्यूरो सर्जन डॉ. बिपिन वालिया की अगुवाई में डॉक्टरों की टीम ने काम करना शुरू किया. डॉ. चौधरी कहते हैं कि किसी जिंदा इंसान का ऐसा हाल उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था. बहरहाल, अब दो सर्जरी के बाद बिश्नोई की जान बच गई और चेहरा भी वापस मिल गया है, लेकिन अभी एक और सर्जरी बाकी है. डॉक्टरों का कहना है कि अगली सर्जरी में मरीज के चेहरे की बाकी कमी भी पूरी हो जाएगी.