कोरोना के खिलाफ जंग में भारत यूं बना वर्ल्ड लीडर, एक अरब के पार हुआ वैक्सीनेशन का आंकड़ा
नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के खिलाफ जारी वैश्विक लड़ाई में भारत एक बार फिर वर्ल्ड लीडर बनकर उभरा है. देश में कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination India) का आंकड़ा एक अरब के पार (1 Billion Vaccination) हो गया है. आइए आकंड़ो के जरिए देते हैं अहम जानकारी.
वैक्सीनेशन के उम्र वार आंकड़े
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा एक अरब के पार हुआ तो बधाइयों का तांता लग गया. केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने वैक्सीन पर राजनीति करने वाले नेताओं पर निशाना साधा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो लोग जनता को गुमराह कर रहे थे कोरोना वैक्सीन को लेकर आज उनको जवाब मिल गया है.
राज्यवार आंकड़े
देश में सिलसिलेवार तरीके से पुख्ता तैयारियों के साथ कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी. भारत आज वैक्सीनेशन के मामले में बिलियन बाहुबली बन गया है. इस मौके पर देशभर में कई कार्यक्रम चल रहे हैं. इस कड़ी में पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली के RML अस्पताल में पहुंचे. प्रधानमंत्री ने वहां पर सफाई कर्मचारियों से मुलाकात के दौरान देशभर के डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों को धन्यवाद कहते हुए उनका आभार जताया.
वैक्सीनेशन की सुपर स्पीड
कोरोना वैक्सीन के निर्माण के फौरन बाद भारत की विशाल आबादी और टीकाकरण की रफ्तार को लेकर सवाल उठ रहे थे. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में जिस तरह आज एक अरब वैक्सीन का आंकड़ा पहुंचा तो पूरी दुनिया में कहीं पर भी बैठे भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा उठ गया.
ब्राजील का हाल
कोरोना वायरस के संक्रमण से हुई मौत के मामले में यूरोप और अमेरिका के बाद अगर किसी देश में कोहराम मचा तो वो ब्राजील था. इसके राष्ट्रपति अपनी नीतियों की वजह से कई बार वैश्विक आलोचना के शिकार हुए. इस देश में अब तक 10 करोड़ और 6 लाख लोग फुली वैक्सीनेट हो पाए हैं.
इंडोनेशिया से तुलना
इंडोनेशिया (Indonesia) की आबादी इतनी है लेकिन वैक्सीन वहां पर केवल 6 करोड़ 38 लाख लोगों को लग सकी है.
अहम पड़ाव
कोरोना के खिलाफ जंग में भारत (India) ने दुनिया के कई देशों की मदद की है. विदेशों में कोरोना वैक्सीन की करोड़ों डोज भेजने के साथ भारत ने अमेरिका और ब्राजील जैसे देशों की मदद उस वक्त की थी जब डॉक्टरों को ये तक नहीं पता था कि आखिर कोरोना के मरीजों को कौन सी दवा दी जाए.
कामयाबी का सोर्स
कई मायनों में हिंदुस्तानी लोग पूरी दुनिया से आगे हैैं भारत ने एक बार फिर ये साबित कर दिखाया है. इस तरह देश में तैयार दो कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड और कोवैक्सीन के साथ भारत के पुराने सहयोगी रूस (Russia) में बनी वैक्सीन स्पूतनिक का भरपूर इस्तेमाल करते हुए भारतीय लोगों को कोरोना के खिलाफ जीवन रक्षा कवच वैक्सीन के रूप में लगाया गया.
सुपर पावर अमेरिका से आगे हुआ भारत
कोरोना वैक्सीनेशन के मामले में दुनिया का सुपर पावर अमेरिका (US) तक भारत से पिछड़ गया. अमेरिका में अभी तक कुल 18.9 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डबल डोज लग पाई है. वहीं तस्वीर में भारत कितना आगे है, आप खुद देख लीजिए.
जापान से तुलना
जापान (Japan) से तुलना करें तो वहां की 8.53 करोड़ आबादी फुली वैक्सीनेटेड है तो भारत की 28 करोड़, बीस लाख आबादी को कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लग चुकी है.
कामयाबी का नमूना
भारत ने इस अंदाज में बढ़त बनाते हुए दुनिया को संदेश दिया है. पूरी दुनिया में जहां आबादी के निर्धारित मापदंड़ों के हिसाब से जहां 47.60% आबादी का वैक्सीनेशन हुआ है. वहीं अकेले भारत में करीब 50% आबादी का टीकाकरण हो चुका है.