Jaya Kishori: कथावाचक जया को किसने दिया `किशोरी जी` नाम, भगवान कृष्ण से अपार प्रेम का मिला फल!
Jaya Kishori Title: कथावाचक जया किशोरी (Jaya Kishori) इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई हैं. इस बीच लोग ये भी सवाल पूछ रहे हैं कि उनका नाम जया है और किशोरी उपाधि (Kishori Title) उनको क्यों और कैसे मिली? कथावाचक जया को किशोरी उपाधि किसने दी? कथावाचक जया किशोरी खुलकर बात करने के लिए जानी जाती हैं. जया किशोरी ने अपनी एजुकेशन (Jaya Kishori Education) और शादी की योजना को लेकर भी कई बार अलग-अलग इंटरव्यू में बात की है. शादी के लिए उनकी एक खास शर्त भी है. आइए कथावचक जया किशोरी की जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें जानते हैं.
जान लें कि जया किशोरी के सोशल मीडिया पर लाखों फैन्स हैं. इंस्टाग्राम पर उनके 4 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. जया किशोरी के परिवार में उनके अलावा तीन लोग हैं. उनके पिता का नाम शिव शंकर शर्मा है. उनकी माता सोनिया शर्मा है. वहीं, उनकी छोटी बहन चेतना शर्मा हैं.
बता दें कि कथावचक जया किशोरी को भजन गाने और कथा सुनाने का शौक बचपन से ही था. वह काफी कम उम्र से ही कथा सुनाने लगी थीं और मशहूर हो गईं. बताया जाता है कि जया किशोरी ने महज 9 साल की उम्र में पहली बार कथा सुनाई थी. उनकी कथा व मोटिवेशन की बात देश ही नहीं विदेश में भी होती है.
जान लें कि जया किशोरी जी की भगवान श्रीकृष्ण में अपार श्रद्धा है. वह भगवान श्रीकृष्ण की भक्त हैं. इसी को देखते हुए उनके गुरु पंडित गोविंद राम मिश्र ने उन्हें किशोरी जी (Kishori Ji) की उपाधि दी.
गौरतलब है कि कथावाचक जया किशोरी कई बार कह चुकी हैं कि वह शादी करेंगी. गृहस्थ जीवन अपनाएंगी. लेकिन इसके लिए उनकी एक खास शर्त है. जया किशोरी कह चुकी हैं कि कोलकाता में अगर उनकी शादी होती है तो यह बहुत अच्छा है. लेकिन अगर कहीं और उनकी शादी होती है तो उनके माता-पिता भी उसी जगह शिफ्ट होंगे. उनके आसपास ही रहेंगे.
आपको बता दें कि कथावाचक जया किशोरी ने कोलकाता के श्री शिक्षांटन कॉलेज और महादेवी बिड़ला विश्व अकादमी में पढ़ाई की है. इसके अलावा जया किशोरी ने बी. कॉम ओपन स्कूलिंग से किया है. जया किशोरी कह चुकी हैं कि वह और भी पढ़ाई करना चाहती हैं.