Kerala: लॉटरी टिकट के नहीं चुकाए दाम, फिर भी जीता 6 करोड़ का जैकपॉट
स्मिजा के पति राजेश्वरन भी एक लॉटरी टिकट विक्रेता हैं. स्मिजा ने बाद में कहा कि उनके धंधे में ईमानदारी सबसे अहम बात है और मैं उससे पीछे नहीं हट सकती.
ईमानदारी पर टिका है लॉटरी का धंधा
अलुवा/तिरुअनंतपुरम : लॉटरी का धंधा ईमानदारी पर टिका है साहब, अगर हम अपनी ईमानदारी ही खो देंगे, तो हमारे ऊपर कौन भरोसा करेगा? कुछ यही कहना है कि अलुवा की रहने वाली एक लॉटरी टिकट विक्रेता महिला स्मिजा का. जिसकी ईमानदारी की कहानी सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रही है. इसी ईमानदारी की वजह से एक व्यक्ति की 6 करोड़ की लॉटरी लगी है, जबकि महिला के पास पूरा पूरा मौका था कि वो लॉटरी का टिकट खुद अपने नाम से भुना कर करोड़पति बन सकती थी. फाइल फोटो
असली मालिक तक पहुंचाया टिकट
मातृभूमि की खबर के मुताबिक, केरल में एक महिला लॉटरी विक्रेता की ईमानदारी की खूब चर्चा हो रही है. दरअसल, महिला ने एक टिकट एक व्यक्ति को फोन पर ही बेचा था. उसके बदले में उसे 200 मिलने थे. लेकिन उस व्यक्ति ने वो पैसे दिये नहीं थे, सिर्फ टिकट रोक कर रखने को कहा था. ऐसे में उस व्यक्ति के उस नंबर की लॉटरी दूसरे दिन निकल गई. लेकिन टिकट विक्रेता महिला स्मिजा ने वो टिकट न सिर्फ उसके असली मालिक तक पहुंचाया, बल्कि उसे पैसे पाने में भी मदद की. फाइल फोटो
फोन पर टिकट रोकने के लिए बोला था
अलुवा के पास रहने वाले पी के चंद्रन ने समर बंपर लॉटरी जीती है. उन्होंने टिकट बेचने वाली महिला एजेंट को फोन पर कहा था कि वो 6142 नंबर की टिकट रोक कर रखे, जिसके पैसे वो बाद में दे देंगे. पी के चंद्रन ने जो टिकट रुकवाया, उसका नंबर SD-316142 था. इसी नंबर का टिकट उन्होंने स्मिजा के मोहन नाम की एजेंट से खरीदा था. दरअसल, स्मिजा के पास 12 टिकट बचे रह गए थे. उसने खुद ही पी के चंद्रन को फोन करके कहा था कि वो टिकट खरीद लें ऐसे में चंद्रन ने 6142 नंबर का टिकट रखने के लिए बोल दिया था. फाइल फोटो
स्मिजा की ईमानदारी से चंद्रन हैरान
पी के चंद्रन उस समय हैरान रह गए, जब खुद स्मिजा ने उन्हें फोन किया और कहा कि उन्होंने जिस लॉटरी टिकट को रुकवाया था. उसपर बंपर प्राइज निकला है. इसके बाद खुद स्मिजा चंद्रन के घर पहुंची और उन्होंने चंद्रन से 200 रुपये लेकर वो टिकट उनके हवाले कर दिया. जिसके बाद चंद्रन उनकी ईमानदारी देख कर हैरान रह गए. फाइल फोटो
स्मिजा की वजह से बना करोड़पति
चंद्रन ने कहा कि वो अबतक टिकट खरीदते थे और छोटी मोटी धनराशि उनके हाथ लग जाती थी. लेकिन इस स्मिजा की वजह से उनके हाथ जैकपॉट लगा है. ये स्मिजा की वजह से संभव हो पाया कि उनका जीवन अब संवर जाएगा. बता दें कि स्मिजा के पति राजेश्वरन भी एक लॉटरी टिकट विक्रेता हैं. स्मिजा ने बाद में कहा कि उनके धंधे में ईमानदारी सबसे अहम बात है और मैं उससे पीछे नहीं हट सकती. फाइल फोटो
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