Mughal Era के समलैंगिकता के दिलचस्प किस्से! बाबर से वजीर तक का नाम है शामिल
Dark Secrets Of Mughals: मुगलों (Mughals) ने करीब 300 से ज्यादा साल भारत में राज्य किया, लेकिन उनके काल के कुछ अनसुने किस्से ऐसे भी हैं जो समलैंगिकता (Homesexuality) से जुड़े हुए हैं. इसमें भारत में मुगल वंश के संस्थापक बाबर (Babur) से लेकर वजीर तक का नाम भी शामिल है. इसमें बादशाह के दरबारी भी हैं. इतिहासकारों ने इसके बारे में बताया है. कई शासकों और उनके नौकरों के रिलेशन के बारे में भी बताया गया है. आइए जानते हैं कि मुगल इतिहास की अनसुनी कहानियों में किसका-किसका नाम शामिल है.
भारत में मुगल वंश की स्थापना करने वाले शासक का नाम बाबर था. इतिहासकार बताते हैं कि बाबर भी समलैंगिक था. बाबर की आत्मकथा बाबरनामा में इस बारे में जिक्र किया गया है.
मुगल काल में कई बार तो समलैंगिकों की मोहब्बत का जुनून इतना बढ़ गया था कि इसके चक्कर में हत्याएं भी हुईं. पाने की चाहत में लोगों ने मर्डर की वारदात को अंजाम दिया.
मुगल बादशाह के जमाने का भी समलैंगिकता का एक किस्सा बहुत मशहूर है. बताया जाता है कि शाहजहां के दौर में समलैंगिकता के चक्कर में हत्या कर दी गई थी.
कहते हैं कि मुगल बादशाह अकबर का एक दरबारी भी समलैंगिक था. अकबर के दरबारी खान जमान को एक सिपाही शमीम बेग से इश्क हो गया था.
मुगल काल में हुए सूफियों का नाम भी समलैंगिकता से जोड़ा जाता है. युवकों के साथ उनके प्रेम की बात बताई जाती है. हालांकि, इसके प्रमाण पर सवाल उठते रहे हैं.