Delhi Metro Blue Line: पक्षी ने लगा दिए दिल्ली मेट्रो पर ब्रेक, डेढ़ घंटे तक ट्रेन में फंसे रहे हजारों यात्री
Delhi Metro Blue Line Failure: दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के जरिए आने-जाने वाले लोगों के लिए सोमवार शाम का दिन परेशानी भरा रहा. दिल्ली के द्वारका सेक्टर 21 से नोएडा के सेक्टर-63 और गाजियाबाद के वैशाली को जोड़ने वाली ब्लू लाइन सर्विस में शाम के वक्त अचानक खराबी आ गई. जिसके चलते हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और वे लोग ऑटो-कैब के जरिए जैसे-तैसे अपने घर पहुंचे.
दिल्ली मेट्रो के मुताबिक सोमवार को किसी पक्षी की वजह से यमुना बैंक और इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के ऊपर की बिजली लाइन में फाल्ट हो गया. इसके चलते सोमवार शाम 6.35 से लेकर रात 8 बजे तक ब्लू लाइन मेट्रो (Delhi Metro Blue Line) जहां की तहां अटककर खड़ी हो गईं. देर होने पर जब यात्रियों ने हंगामा किया तो डीएमआरसी स्टाफ ने तकनीकी खराबी का अनाउंसमेंट करके यात्रियों को मेट्रो से बाहर निकलने की सलाह दी.
ब्लू लाइन मेट्रो की बिजली नेटवर्क में हुई इस खराबी से दिल्ली द्वारका से नोएडा और वैशाली आने-जाने वाली करीब 30 ट्रेनों (Delhi Metro Blue Line) पर पड़ा. बिजली डिस्टर्ब होने पर आने-जाने वाली सभी मेट्रो ट्रेनें जहां की तहां ठहर गईं. इसके चलते मेट्रो के एसी ने भी काम करना बंद कर दिया, जिससे कई जगहों पर उमस और गर्मी बहुत बढ़ गई. शुरुआत में लोग ट्रेन चलने का इंतजार करते रहे. लेकिन जब कोई उम्मीद नहीं दिखाई दी तो पैदल उतरकर मंजिल की ओर चल पड़े.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने बयान जारी करके कहा कि हालात सुधारने के लिए यमुना बैंक और इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के बीच शटल ट्रेन चलाई गई. यह ट्रेन जेनरेटरों की मदद से चलाई गई, हालांकि यह ट्रेन लोगों को खास राहत नहीं दे पाई और लोग जहां के तहां अटके रह गए. लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर कैब और ऑटो वालों ने उनसे मनमाने किराये वसूले.
ब्लू लाइन मेट्रो में सोमवार शाम आई खराबी का सबसे ज्यादा असर कामकाजी लोगों पर पड़ा. चूंकि दफ्तरों की छुट्टी का वक्त होने की वजह से लोग बड़ी संख्या में शाम को मेट्रो से अपने घर लौट रहे थे. इसलिए बिजली नेटवर्क चले जाने पर मेट्रो और स्टेशनों पर भीड़ बढ़ती चली गई. जिसे संभालने के लिए मेट्रो स्टाफ को मशक्कत करनी पड़ी.
मेट्रो में एक घंटे तक खड़े-खड़े कई लोगों की तबियत भी खराब हो गई. बाद में उन्हें बाहर निकाला गया और पानी पिलाया गया. ट्रेन अटक जाने की वजह से लोगों को अपने घर और गंतव्य पर पहुंचने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कई लोगों ने भीड़ में सामान गुम हो जाने और पर्स चोरी की शिकायत भी की. वहीं कई लोग तेज गर्मी और उमस से परेशान हुए.