क्या शादी से हो रहा युवाओं का मोहभंग? यहां हर 4 में 1 शख्स जिंदगीभर रह सकता है सिंगल
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क्या शादी से हो रहा युवाओं का मोहभंग? यहां हर 4 में 1 शख्स जिंदगीभर रह सकता है सिंगल

पहले के जमाने में शादी करना जिंदगी का बेहद जरूरी कदम समझा जाता था, लेकिन बदलते वक्त के साथ इस सोच में बदलाव आने लगा है, अब सिंगल लोगों की तादात पहले से ज्यादा बढ़ सकती है.

क्या शादी से हो रहा युवाओं का मोहभंग? यहां हर 4 में 1 शख्स जिंदगीभर रह सकता है सिंगल

Single for Life: भारत में शादी के लेकर लोगों का एक्साइटमेंट देखते ही बनती है, लेकिन दुनिया का सुपरपॉवर कहा जाने वाला अमेरिका में हालात अलग हैं.  एक रिसर्च से पता चलता है कि यूएसए में यंग एडल्ट्स के बीच सिंगल रहने का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है, ऐसे में आशंका है कि एक चौथाई लोग 50 साल तक कुंवारे रहेंगे.  ये बदलाव व्यापक सामाजिक परिवर्तनों को दर्शाता है, जिसमें मैरिज रेट में गिरावट, बदलती प्रायोरिटीज और पश्चिमी देशों में सिंगल होने की बढ़ती एक्सेप्टेबिलिटी शामिल है.

सिंगल रहने की वजह
प्यू रिसर्च सेंटर के एक स्टडी में जिंदगी भर के अकेला रहने के ट्रेंड के कई कारणों का पता चला है. यंग एडल्ट्स रोमांटिक रिलेशनशिप पर पर्सनल और प्रोफेशनल ग्रोथ को तरजीह देते हैं. खास तौर से पुरुष, महिलाओं की तुलना में कुंवारे रहने की संभावना ज्यादा होती है. इसके अलाला, 2020 के एक अलग प्यू रिसर्स में पाया गया कि आधे युवा वयस्क जो रिलेशनशिप नहीं चाहते थे, उन्होंने निजी जरूरतों और दूसरी प्रयोरिटीज को अपने मुख्य कारण के रूप में बताया था. कुल मिलाकर अमेरिका में 4 में से 1 लोग जिंदगीभर सिंगल रह सकते हैं.

 

सोशल नॉर्म्स में बदलाव
किसी जमाने में सिंगल रहने को कलंक के तौर पर देखा जाता था, लेकिन अब खास तौर से औद्योगिक देशों में इसको लेकर एक्सेप्टेबिलिटी हासिल हो चुकी है.  कई साइकोलॉजिस्ट्स ने नोट किया कि आज के युवा रोमांटिक रिलेशनशिप के प्रति कम इच्छुक हैं, जो सिंगल रहने को लेकर बढ़ते सेटिस्फेक्शन का कारण है. इसके अलावा, शादी और माता-पिता बनने की पारंपरिक आकांक्षाएं कम अट्रैक्टिव होती जा रही हैं. जबकि 18-34 एज ग्रुप के 69% अनमैरिड एडल्ट किसी न किसी दिन शादी करने की ख्वाहिश जाहिर करते हैं, तकरीबन एक चौथाई लोग इसको लेकर श्योर नहीं हैं, और 8% इस विचार को पूरी तरह से खारिज कर देते हैं. चाइल्डकैयर का बढ़ता खर्च और फाइनेंशियल प्रेशर युवा लोगों को पारंपरिक फैमिली स्ट्रक्टर को फॉलो करने से परहेज कराता है.

कंपेनियनशिप का बदलता तरीका
यंग एडल्ट रोमांटिक रिलेशनशिप के बाहर कंपेनियनशिप, इमोशनल सपोर्ट और स्टेबिलिटी हासिल पा रहे हैं. दोस्ती, सामुदायिक भागीदारी और शेयर्ड एक्टिविटीज, जैसे क्लब या क्लासेज में शामिल होना, एक ऐसी सदस्यता की भावना प्रदान करती है जो ट्रेडिशनल रिलेशनशिप को टक्कर देती है या उससे भी आगे निकल जाती है. ये कनेक्शन इस धारणा को चुनौती देते हैं कि रोमांटिक रिश्ते ही आखिरी मुकाम हैं.

सुकून को अपनाना

सिंगल रहने का इरादा करने अकेलेपन को चुनना नहीं है. इसके बजाय, ये अक्सर शांति और सेल्फ डिस्कवरी को बढ़ावा देता है. यंग लोग अकेलेपन और एकांत के बीच अंतर करते हैं, अकेले रहने से मिलने वाले व्यक्तिगत विकास और आजादी को अहमियत देते हैं. दोस्ती भी उनकी जिंदगी में अहम रोल अदा करती है.

क्या कहता है ट्रेंड
युवाओ के बीच सिंगल रहने का ट्रेंड बताता है कि हमारे वैल्यूज कैसे शिफ्ट हो रहे हैं. अब निजी जरूरतों, अलग अलग तरह के कंपेनियनशिप को लेकर समाज की सोच बदलने लगी है. अब सिंगलहुड को सेलिब्रेट किया जा रहा है, न कि उसको लेकर शर्मिंदगी महसूस की जा रही है.

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