UP Crime: अतीक-मुख्तार के जेल में जाते ही पत्नियों ने संभाला मोर्चा, बड़े-बड़े डॉन को देती हैं टक्कर!
Atique Ahmed Mukhtar Ansari: मुख्तार और अतीक के जेल में होने से उनके गैंग की कमान उनके घर की महिलाओं ने उठाई है. पर्दे के पीछे रहकर काम करने वाली मुख्तार और अतीक के घर की इन महिलाओं का क्या नाम है और कैसे वो काम करती हैं, आइए जानते हैं.
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद कई वर्षों से सलाखों के पीछे हैं. ये वो गैंगस्टर हैं जिनकी गिनती एक समय उत्तर प्रदेश के सबसे खूंखार अपराधियों में होती थी, लेकिन बीते कई सालों से इनका माफिया राज गिरा है. मुख्तार और अतीक के जेल में होने से उनके गैंग की कमान उनके घर की महिलाओं ने उठाई है. पर्दे के पीछे रहकर काम करने वाली मुख्तार और अतीक के घर की इन महिलाओं का क्या नाम है और कैसे वो काम करती हैं, आइए जानते हैं.
अतीक अहमद अहमदाबाद की जेल में बंद है. ऐसे में अतीक के गैंग की कमान उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन ने संभाली हुई है. अतीक के गैंग के सभी बड़े फैसले शाइस्ता ही लेती है. यहां तक उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता ने ही अतीक, भाई अशरफ और बेटे असद के बीच कड़ी का काम किया था. शाइस्ता खुद जाकर अतीक के गुर्गों से मिली थी और उमेश पाल के मर्डर की प्लानिंग हुई थी. शाइस्ता के ऊपर यूपी पुलिस ने ईनाम भी घोषित किया है.
अब बात करते हैं मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की. अब्बास और निकहत अंसारी की लव मैरिज हुई थी. अब्बास जेल में बंद है तो निकहत ने उसके कामकाज के संभालने का जिम्मा ले लिया है. निकहत बानो जेल में पति के साथ पकड़ी गई थी. वो जेल के कमरे में रोज जाती थी.
निकहत बानो ने ही जेलकर्मियों को रिश्वत देखकर ये खेल रचा था. अब्बास अंसारी की गैरमौजूदगी में वो ही गैंग के दूसरे लोगों से मिलती थी और पति को जेल से बाहर निकालने की साजिश रच रही थी. निकहत बानो के फोन से विदेशों में भी लगातार बात हो रही थी. यहां तक कि अब्बास को छुड़ाने के लिए निकहत के दाऊद कनेक्शन का भी जिक्र सामने आया था. निकहत बानो ने चित्रकूट में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष से मिलकर ये सारी प्लानिंग की थी. निकहत और उसका ड्राइवर मिलकर इस काम को अंजाम दे रहे थे.
मुख्तार अंसारी की पत्नी का नाम अफ्शा है. मुख्तार के जेल जाने के बाद उसने अंसारी गैंग के आपराधिक साम्राज्य की कमान संभाली. यूपी पुलिस ने अफशा पर गैंगस्टर एक्ट लगाया है. इसके अलावा ईडी को भी उनके अकाउंट में बड़ा फर्जीवाड़ा मिला. पिछले साल अफशा ने अपनी आय करीब 12 लाख बताई थी, जबकि उसके अकाउंट के जरिए करोड़ों रुपये के लेन-देन की ट्रांजेक्शन सामने आई थीं.