When Narendra Modi helped Ahmad Patel: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं. पीएम मोदी का जन्म गुजरात के वडनगर जिले में 17 सितंबर 1950 को हुआ था. बीजेपी के नेता, कार्यकर्ता, समर्थक और शुभचिंतक उनकी अच्छी सेहत, कामयाबी और सलामती की दुआ मांगते हुए उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं. देश भर में आज कहीं रक्त दान का आयोजन है तो कहीं फल वितरण करने की तैयारी है. पीएम मोदी हमेशा से लोगों के मददगार रहे हैं. उनकी योजनाओं और काम में देश के आम आदमी पर फोकस होता है. यही वजह है कि हर साल 17 सितंबर को उनके मानवीय पहलू से जुड़े किस्से कहानियों की चर्चा जरूर होती है.


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दिलचस्प और प्रेरक किस्सा


इस कड़ी में पीएम मोदी के राजनीतिक विरोधी और दिग्गज कांग्रेसी नेता अहमद पटेल की जिनके इलाज की व्यवस्था खुद पीएम मोदी ने की थी. तब उनका बेटा फैसल भी एक फोन कॉल सुनकर हैरान रह गया था. दरअसल पीएम मोदी अपने विरोधियों की भी मदद करने से कभी पीछे नहीं हटते हैं.


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह किस्सा पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शेयर किया है कि कैसे पीएम मोदी ने अपने राजनीतिक विरोधी कांग्रेस नेता अहमद पटेल की मदद करते हुए उनका बेहतर इलाज कराने के लिए वरिष्ठ लोगों को निर्देश दिए थे. नकवी के मुताबिक एकबार अहमद पटेल बहुत बीमार थे. पीएम मोदी उन्हें देखने पहुंचे. फिर उन्होंने मुख्तार अब्बास नकवी को बुलाया और कहा, 'देखो अहमद साहब बीमार हैं. मैंने उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया है. आप उनके बेटे फैसल से बात कर लेना और उनकी तबीयत के बारे में अपडेट लेते रहना.'


फिर क्या हुआ?


इसके बाद नकवी ने अहमद पटेल के बेटे को फोन किया और उनसे कहा कि आपके प्रधानमंत्री ने उनके पिता के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए कहा है. इस पर फैसल ने पूछा, प्रधानमंत्री? आपका मतलब है मनमोहन सिंह जी? नकवी आगे बताते हैं कि नहीं! तब उन्हें पता चला कि उनके बेटे फैसल को भी इस बात की उम्मीद भी नहीं थी कि पीएम मोदी उनकी इस तरह से मदद कर सकते हैं. 


पीएम मोदी के जन्मदिन पर केंद्र का तोहफा


PM मोदी के जन्मदिन पर आज केंद्र सरकार भी करोड़ों लोगों को तोहफा दे रही है. आज 'आयुष्मान भव' अभियान की शुरुआत हो रही है. इसके तहत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वास्थ्य मंत्रालय सेवा पखवाड़ा मनाएगा.आयुष्मान योजना के तहत 25 करोड़ लोगों के कार्ड बन चुके हैं. ऐसे में जिनका आयुष्मान का कार्ड नहीं बना है उनका कार्ड बनाया जाएगा. अंगदान अभियान को मजबूती दी जाएगी. ब्लड डोनेशन कैंप चलेंगे. एक लाख से ज़्यादा वेलनेस सेंटर पर आयुष्मान मेला लगेगा. जहां मरीज की स्क्रीनिंग में बीपी, शुगर की जांच होगी. ज्यादा बीमारी होने पर नजदीकी मेडिकल कॉलेज में इलाज कराया जाएगा.