नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोक सभा में जवाब दिया. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धाजंलि देते हुए की. इसके बाद पीएम कांग्रेस को चारों तरफ से घेरते नजर आए.


स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धाजंलि


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लता मंगेशकर को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश ने आदरणीय लता दीदी को खो दिया है. इतने लंबे काल तक जिनकी आवाज ने देश को मोहित किया, देश को प्रेरित भी किया, देश को भावनाओं से भर दिया. उन्होंने सांस्कृतिक धरोहर को मजबूत करते हुए, देश की एकता को भी मजबूत किया.  करीब-करीब 36 भाषाओं में उन्होंने गाकर भारत की एकता और अखंडता का एक प्रेरक उदाहरण दिया. मैं आज आदरणीय लता जी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं.


पीएम मोदी ने कहा- कांग्रेस का अहंकार नहीं टूटा


पीएम मोदी ने कहा कि इतनी बड़ी पराजय के बाद भी कांग्रेस का अहंकार नहीं टूटा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लगभग हर राज्य में जनता ने नकार दिया है. इस बीच उन्होंने एक शायरी भी सुनाई..


वो जब दिन को रात कहें
तो तुरंत मान जाओ
नहीं मानोगे तो वो दिन में नकाब ओढ़ लेंगे
जरूरत हुई तो हकीकत को थोड़ा बहुत मरोड़ लेंगे
वो मगरूर है.. खुद की समझ पर बेइंतहा
उन्हें आइना मत दिखाओ
वो आइने को भी तोड़ देंगे


कोरोना काल के बाद नई व्यवस्था की ओर विश्व


पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल के बाद विश्व एक नए वर्ल्ड आर्डर की तरफ, नई व्यवस्थाओं की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है. एक ऐसा turning point है कि हम लोगों को एक भारत के रूप में इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए. इस परिपेक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव अपने आप में एक प्रेरक अवसर है. उस प्रेरक अवसर और नए संकल्पों को लेकर देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक हम पूरे सामर्थ्य से, पूरी शक्ति से, पूरे संकल्प से देश को उच्चतम स्तर पर लेकर पहुंचेंगे.


पहले गैस कनेक्शन स्टेटस सिंबल होता था


कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहले गैस कनेक्शन स्टेटस सिंबल हुआ करता था. अब गरीब से गरीब व्यक्ति तक इसकी पहुंच है और यह बहुत खुशी की बात है. आजादी के इतने सालों के बाद गरीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियां देश की खुशियों को ताकत देती हैं. गरीब के घर में गैस का कनेक्शन हो, धुएं वाले चूल्हे से मुक्ति हो तो उसका आनंद कुछ और ही होता है.


विपक्ष का कांटा 2014 में अटका हुआ है


कांग्रेस को घेरते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश का बड़ा दुर्भाग्य है कि सदन जैसी पवित्र जगह जो देश के लिए काम आनी चाहिए लेकिन उसको दल के लिए काम में लेने का प्रयास हो रहा है. दुर्भाग्य ये है कि आपमें ( विपक्ष के) से बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका कांटा 2014 में अटका हुआ है और उससे वो बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. उसका नतीजा भी आपको भुगतना पड़ा है.


पीएम ने दिया कांग्रेस की हार का ब्योरा


उन्होंने कांग्रेस की अभी तक की हार का ब्योरा देते हुए कहा कि देश की जनता आपको (कांग्रेस) पहचान गई है, कुछ लोग पहले पहचान गए, कुछ लोग अब पहचान रहे हैं और कुछ लोग आने वाले समय में पहचानने वाले हैं. पिछली बार 1988 में त्रिपुरा में वहां की जनता ने आपको वोट दिया था, करीब 34 साल पहले. नागालैंड के लोगों ने आखिरी बार 1998 में कांग्रेस के लिए वोट किया था, करीब 24 साल हो गए. ओडिशा ने 1995 में आपके लिए वोट किया था, सिर्फ 27 साल हुए आपको वहां एंट्री नहीं मिली. गोवा में 1994 में पूर्ण बहुमत के साथ आप जीते थे, 28 साल से गोवा ने आपको स्वीकार नहीं किया. यूपी, गुजरात, बिहार ने आखिरी बार 1985 में कांग्रेस के लिए वोट किया था, करीब 37 साल पहले. पिछली बार पश्चिम बंगाल के लोगों ने करीब 50 साल पहले 1972 में आपको पसंद किया था.


अंधविरोध लोकतंत्र का अनादर है


उन्होंने कहा हम सब संस्कार से, व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं. ये भी सही है कि आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंधविरोध लोकतंत्र का अनादर है. इस कोरोना काल में कांग्रेस ने हद कर दी. पहली लहर के दौरान देश जब लॉकडाउन का पालन कर रहा था, जब WHO दुनिया भर को सलाह देता था, सारे हेल्थ एक्सपर्ट कह रहे थे कि जो जहां है वहीं पर रुके. तब कांग्रेस के लोगों ने मुंबई के रेलवे स्टेशन पर खड़े रहकर मुंबई के श्रमिकों को जाने के लिए उनको टिकट दिया गया, लोगों को जाने के लिए प्रेरित किया गया.


मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी


आज मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी है. आज भारत शत प्रतिशत पहली डोज के लक्ष्य के निकट पहुंच रहा है और लगभग 80% सेकंड डोज का पड़ाव भी पूरा कर लिया है. बीते 2 सालों में 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट पूरी दुनिया की मानव जाति झेल रही है.


आपको 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है


पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने भारत के अतीत के आधार पर ही भारत को समझने का प्रयास किया, उनकों तो आशंका थी कि शायद भारत इतनी बड़ी लड़ाई नही लड़ पाएगा, खुद को बचा नहीं पाएगा. कभी-कभी मुझे विचार आता है उनके बयानों से, उनके कार्यक्रमों से, जिस प्रकार से आप बोलते हैं, जिस प्रकार से आप मुद्दों को जोड़ते हैं तो ऐसा लगता है कि आपने मन बना लिया है कि आपको 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है.


 


महात्मा गांधी जी के स्वदेशी के निर्णय को आगे बढाइये


कुछ लोग हैं जिनको ये इंतजार था कि ये कोरोना वायरस मोदी की छवि को चपेट में ले लेगा, बहुत इंतजार किया. अगर मोदी वोकल फॉर लोकल कहता है, तो मोदी ने कहा इन शब्दों को छोड़ दो. लेकिन क्या आप नहीं चाहते कि देश आत्मनिर्भर बनें, जिस महात्मा गांधी के आदर्शों की बात करते हैं, तो इस अभियान को ताकत देने में आपका क्या जाता था. महात्मा गांधी जी के स्वदेशी के निर्णय को आगे बढाइये.


..ताकि पूरे विश्व में भारत बदनाम हो


विपक्ष और कांग्रेस के कोरोना काल के बयानों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सदन इस बात का साक्षी है कि कोरोना महामारी से जो स्थितियां उत्पन्न हुई, उससे निपटने के लिए भारत ने जो भी रणनीति बनाई उसको लेकर पहले दिन से क्या-क्या नहीं कहा गया है. दुनिया के और लोगों से बड़ी-बड़ी कांफ्रेंस करके ऐसी बातें बुलवाई गई ताकि पूरे विश्व में भारत बदनाम हो. भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि महामारी के बीच 80 करोड़ से अधिक भारतीयों को मुफ्त राशन मिले.


कोई भी भारतीय भूखा न रहे


सरकार के कामों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता है कि कोई भी भारतीय भूखा न रहे. जिस रास्ते पर हम चले आज विश्व के अर्थजगत के सभी ज्ञाता इस बात को मानते हैं कि भारत ने जिस आर्थिक नीतियों को लेकर इस कोरोना काल में अपने आप को आगे बढ़ाया है, वो अपने आप में दुनिया के लिए एक उदाहरण है. हम जो भी समझते थे, भगवान ने जो समझ दी थी, लेकिन समझ से ज्यादा समर्पण बहुत बड़ा था. जहां समझ से समर्पण ज्यादा होता है वहां देश और दुनिया को अर्पण करने की ताकत भी होती है. वो हमने करके दिखाया है.



छोटे किसान के कल्याण की बात करना भूल गए


किसानों के मुद्दों पर कांग्रेस को घेरते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इतने वर्षों तक देश पर राज करने वाले और महल जैसे घरों में रहने के आदी लोग,  छोटे किसान के कल्याण की बात करना भूल गए हैं. भारत की प्रगति के लिए छोटे किसान को सशक्त बनाना जरूरी है.  छोटा किसान ही भारत की तरक्की को मजबूत करेगा. सैकड़ों वर्षों का गुलामी कालखंड, उसकी जो मानसिकता है, वो आजादी के 75 साल के बाद भी कुछ लोग बदल नहीं पाए. ये गुलामी की मानसिकता किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए बहुत बड़ा संकट होती है. आपके लिए File सबकुछ है. हमारे लिए 130 करोड़ देशवासियों की Life महत्वपूर्ण है. आप file में खोए रहे, हम life बदलने के लिए जी जान से जुटे हुए लोग हैं. अगर गरीबी से मुक्ति चाहिए तो हमें छोटे किसानों को मजबूत बनाना होगा. छोटा किसान मजबूत होगा तो छोटी जमीन को भी आधुनिक करने की कोशिश करेगा. 


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