नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नॉर्वे की अपनी समकक्ष एर्ना सोलबर्ग के साथ सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने के प्रयासों में सहयोग तथा द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने के तरीकों पर चर्चा की. पीएम मोदी और सोलबर्ग ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की और सम्पूर्ण द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की.


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पीएम मोदी ने सोलबर्ग के साथ बातचीत के बाद एक बयान में कहा कि हमने अपने सहयोग के सभी क्षेत्रों की समीक्षा की और द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊर्जा तथा दिशा देने के तरीकों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि उन्होंने सागरीय अर्थव्यवस्था के सभी पहलुओं पर 'सार्थक चर्चा' की.



भारत और नॉर्वे के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत सहयोग है. दोनों देश के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सुधार, बहुस्तरीय निर्यात नियंत्रण प्रणाली और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर करीबी समन्वय है. सोलबर्ग सोमवार (07 जनवरी) को यहां पहुंची थीं. उनका मंगलवार सुबह राष्ट्रपति भवन में रस्मी स्वागत किया गया.


नॉर्वे की प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री के साथ बैठक में ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के क्षेत्रों में सहयोग पर भी चर्चा हुई. उधर, अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी सोलबर्ग से वार्ता की और दोनों नेताओं ने सभी क्षेत्रों में संबंध मजबूत करने पर विचार साझा किए. 



इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत दौरे पर आई नॉर्वे की प्रधानमंत्री एर्ना सोलबर्ग से मंगलवार को यहां मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों नेताओं के बीच अच्छा संवाद हुआ. रवीश कुमार ने कहा कि समुद्री अर्थव्यवस्था, माल ढुलाई, मछली पालन और अक्षय ऊर्जा में सहयोग बढ़ाने के व्यापक अवसर हैं.


इससे पहले सोलबर्ग का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया. आपको बता दें कि सोलबर्ग यहां तीन दिवसीय दौरे पर सोमवार को पहुंची थी.